राजस्थान में कांग्रेस की राजनीति नई करवट लेने को तैयार है। अगले महीने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्यप्रदेश से राजस्थान में प्रवेश करने वाली है। सचिन पायलट भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ कदमताल कर रहे हैं। राजस्थान में हर दूसरे दिन कोई न कोई पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर देता है। ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पायलट ने गद्दारी की है। वह मुख्यमंत्री नहीं बनाए जा सकते। उन्हें तो दस विधायकों तक का समर्थन नहीं है। उन्हें कोई स्वीकार नहीं करेगा।
गहलोत का यह बयान गुरुवार को सामने आया। उन्होंने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में पायलट की सीएम की कुर्सी पर दावेदारी पर खुलकर बात रखी है। गहलोत ने कहा कि पायलट गद्दारी कर चुके हैं। इसे मैंने और हमारे विधायकों ने भुगता है। हमें 34 दिन होटलों में रहना पड़ा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान भी इसमें शामिल थे। सीएम के सवाल पर गहलोत ने कहा कि हाइकमान की ओर से मुझे कोई संकेत नहीं है। मैं हाईकमान के साथ हूं। पायलट को कोई स्वीकार नहीं करेगा।
राजस्थान के साथ न्याय होगा
टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में पायलट ने कहा कि हाईकमान राजस्थान के साथ न्याय करेगा। अजय माकन औऱ हाईकमान को मैं अपनी दिल की बात बता चुका हूं। राजस्थान में सरकार आना जरूरी है। मैं तीन बार सीएम रह चुका हूं। मेरे लिए सीएम बने रहना जरूरी नहीं है। आप सर्वे करवा लीजिए। मेरे मुख्यमंत्री से सरकार बन सकती है तो मुझे इस कुर्सी पर रहा चाहिए। अगर दूसरे चेहरे से सरकार बन सकती है तो उसे जिम्मेदारी दीजिए।
पायलट की वजह से पार्टी में माहौल खराब हुआ
गहलोत ने कहा कि मतभेद होना आम है। 25 सितंबर को यहां बगावत नहीं हुई थई। 2019 में बगावत हुई थी। 34 दिन होटलों में रहे थे। 25 सितंबर को 90 लोग इकट्ठे हुए थे। यह वे लोग थे, जिन्होंने सरकार बचाने में सहयोग किया था। सरकार तो तब भी नहीं बच सकती थी। बिना हाईकमान के कोई सीएम सरकार बचा ही नहीं सकता था। गद्दार किए हुए व्यक्ति को सीएम के तौर पर कैसे स्वीकार किया जा सकता है।