आखिरकार वह ऐतिहासिक दिन आ ही गया है जिसका क्रिकेट प्रेमियों को लंबे समय से इंतजार था। आज महिला वनडे विश्व कप खिताब के लिए भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीमें आमने-सामने होंगी। यह मुकाबला मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में दोपहर 3 बजे से खेला जाएगा, जबकि टॉस 2:30 बजे होगा। दोनों टीमें अपनी पहली ट्रॉफी के लिए जोर लगाएंगी।
दोनों टीमों को पहली ट्रॉफी का इंतजार
भारतीय टीम तीसरी बार वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंची है और उसे अपने पहले खिताब का इंतजार है। 2005 में बेटियों के चैंपियन बनने का सपना ऑस्ट्रेलिया ने और 2017 में इंग्लैंड ने तोड़ा। यह महिला वनडे विश्व कप के इतिहास में ऐसा पहला फाइनल होगा, जिसमें ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीमें नहीं होंगी। यह भी तय है कि इस बार महिला क्रिकेट में नया विश्व चैंपियन मिलने जा रहा है, क्योंकि दक्षिण अफ्रीका ने भी पहली बार फाइनल में प्रवेश किया है।
इस टूर्नामेंट में आखिरी बार कोई नई टीम साल 2000 में चैंपियन बनी थी, जब न्यूजीलैंड ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर खिताब अपने नाम किया था। दिलचस्प बात यह है कि 52 साल के विश्व कप इतिहास में यह पहली बार है जब न तो इंग्लैंड और न ही ऑस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंच पाए हैं। अब तक ऑस्ट्रेलिया सात बार और इंग्लैंड चार बार विश्व विजेता बन चुके हैं।
भारतीय टीम को फाइनल में इनसे रहेगी ज्यादा उम्मीद
हरमनप्रीत कौर: भारतीय कप्तान ने महिला विश्व कप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 80 से ज्यादा रनों की पारी खेलकर जीत की इबारत लिखी थी। उन्होंने अब तक खेले सात मैचों में दो अर्धशतकों की मदद से 240 रन बनाए हैं। फाइनल में उनसे बड़ी पारी की उम्मीद है।
स्मृति मंधाना: मंधाना ने टूर्नामेंट में 8 मैचों में 102.36 की स्ट्राइक रेट से 389 रन बनाए हैं। इसमें एक शतक और दो अर्धशतकीय पारियां शामिल हैं। फाइनल में उनसे बड़ी पारी की उम्मीद रहेगी।
जेमिमा रोड्रिग्स: जेमिमा ने 7 मैचों में 268 रन बनाए हैं। इसमें न्यूजीलैंड के खिलाफ अर्धशतक, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ न भुलाने वाला नाबाद शतक शामिल है। उनसे फाइनल में लंबी पारी की उम्मीद है।
दीप्ति शर्मा: दीप्ति ने 8 मैचों में 5.70 की इकोनॉमी से 17 विकेट लिए हैं। वह संयुक्त रूप से टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज हैं। वह वोलवार्ड को तीन बार आउट कर चुकी हैं।









