अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव को लेकर तैयारियां तेज हो गयी हैं।इस बार राम की पैड़ी पर 16 लाख दिये जलाकर जहां एक ओर नया विश्व रिकार्ड बनाने की योजना है तो वहीं 5000 पटाखे जलाकर भगवान राम के लंका विजय और अयोध्या लौटने की खुशी मनाने की भी योजना है।सीएम योगी की मौजूदगी में यह पटाखे सरयू नदी पर बने पुराने पुल पर चलाये जायेंगे।इसके लिये दिल्ली से आयी चार सदस्यीय टीम ने अयोध्या आकर पुराने पुल का निरीक्षण भी कर लिया है।क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी राजेंद्र यादव के मुताबिक इस बार का दीपोत्सव ऐतिहासिक होगा जिसमें राम की पैड़ी पर लगभग 16 लाख दीपक जलाये जायेंगे जो कि एक नया विश्व रिकार्ड भी होगा।इसी के साथ भगवान राम की लंका विजय के बाद अयोध्या लौटने की खुशी में सरयू नदी के पुराने पुल पर आतिशबाजी भी की जायेगी इसके लिये दिल्ली से आयी विशष टीम ने सरयू पुल का निरीक्षण कर उसकी गुणवत्ता और जलने वाले पटाखों से होने वाले प्रदूषण की जांच की।
यह सभी पटाखे आधुनिक तकनीक के होंगे।इनकी संख्या लगभग 5000 की होगी और चलाये जाने पर आसमान में लगभग 200 मीटर की ऊंचाई पर जाकर आसमान में यह अपनी अनुपम छटा बिखेरेंगे।दिल्ली से आई टीम ने स्थलीय निरीक्षण करने के बिद पर्यटन विभाग को बताया कि पटाखों को चलाने के लिये सरयू नदी पर 9 प्वाइंट बनाये जायेंगे।इन्हीं प्वाइंटस से आतिशबाजी की जायेगी जो लगातार दस से पंद्रह मिनट तक जारी रहेगी।इसके लिये सरयू पुल पर लगभग एक सप्ताह पहले से ही ट्रैफिक को रोक दिया जायेगा जिससे टीम अपने प्वाइंटस तैयार कर सके।
रामनगरी: 5 हजार पटाखे जलाकर भगवान राम के लंका विजय और अयोध्या लौटने की खुशी का मनाया जायेगा जश्न
