पान का पत्ता न केवल खाने के लिए बल्कि पूजा के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, पान के पत्ते का वास्तु शास्त्र में काफी महत्व है। एक साधारण सा पान का पत्ता आपकी किस्मत भी बदल सकता है। बता दें कि यह बात न कोई तिलिस्म है, न ही कोई कोरी कल्पना। भारतीय परंपराओं और धार्मिक विश्वासों में पान का पत्ता केवल स्वाद का हिस्सा नहीं, बल्कि सौभाग्य और समाधान का भी खजाना है। व्यक्ति मेहनत तो करता है, लेकिन सफलता के लिए उसे दर-दर भटकना पड़ता है। लेकिन हमारे ही घर में मौजूद यह हरा-भरा पत्ता जीवन की तमाम रुकावटों को सुलझाने की ताकत रखता है। इसे सही विधि से उपयोग किया जाए, तो यह आपकी किस्मत के बंद दरवाजों को खोल सकता है और कष्टों को कम कर सकता है। तो आज की इस खबर में हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे पान का पत्ता अटके हुए कार्यों को दूर करता है।।
पान का2856 पत्ता ग्रहों को करता है शांत
पान का पत्ता पूजा में भगवान को चढ़ाया जाता है। यह शुभता और शुद्धता का प्रतीक माना गया है। इसे ग्रहों की शांति, विशेष रूप से राहु और केतु के प्रभाव को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और वातावरण को शुद्ध करता है। आप गुरुवार को भगवान विष्णु को ताजा पान का पत्ता चढ़ाएं करें। इससे जीवन में आ रही रुकावटें धीरे-धीरे दूर होती जाएंगी।
तिजोरी की करें पूजा
पान के पत्ते पर हल्दी और अक्षत रखकर तिजोरी या पूजा स्थान पर रखें। यह उपाय धन और समृद्धि को आकर्षित करने में सहायक होता है। साथ ही पान के पत्ते पर कपूर और लौंग रखकर जलाएं। यह नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करता है और मानसिक शांति प्रदान करता है।
करियर में भी होगी बरकत
कई दिनों से आपका धंधा मंदा चल रहा है और तमाम जद्दोजहद के बाद भी काम तो शनिवार के दिन 5 पान के साबुत पत्ते लेकर एक ही धागे में बांध दें। इस धागे को अपनी दुकान में पूर्व दिशा में बांध दें। हर शनिवार को यह पत्ते और धागा बदल दें। पुराने पत्तों को जल में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से आपके बिजनेस में आ रही बाधाएं दूर हो जाएंगी।
वैवाहिक जीवन के लिए होता है शुभ
पान का पत्ता वैवाहिक जीवन के लिए काफी शुभ होता है। अगर लंबे समय से आपके जीवन में तनाव चल रहा है तो शुक्रवार के दिन पान के एक पत्ते में 7 गुलाब की ताजा पंखुड़ियां रखें और इसे माता लक्ष्मी के मंदिर में अर्पित करें। अगर आप मंदिर नहीं जा सकती हैं तो घर में ही लक्ष्मी जी की तस्वीर के पास इसे रखें, लेकिन ऐसे रखें कि किसी भी बाहरी व्यक्ति की बिल्कुल भी नजर न पड़े।