महाशिवरात्रि:- उज्जैन महाकाल दूल्हे की तरह सजे तीनों लोकों के स्वामी.
महाशिवरात्रि के अवसर पर देशभर के तमाम मंदिरों में देर रात से ही भक्तों का हुजूम टूट पड़ा है। उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर हो या फिर काशी का विश्वनाथ मंदिर भक्त उत्साह से भरे नजर आ रहे हैं। सुबह-सुबह भगवान महाकाल की भस्म आरती हुई। महाकाल को दूल्हे की भांति ही सजाया गया है।
महाशिवरात्रि के अवसर पर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना हुई। भस्म आरती के भगवान का शृंगार किया गया।
महाशिवरात्रि के अवसर पर उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया।
महाशिवरात्रि के अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर में शिवभक्त भगवान शिव और माता गौरा के विवाह के साक्षी बनेंगे। पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी का आवास जनवासा बनेगा तो श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का गर्भगृह मंडप में तब्दील हो जाएगा। शिवयोग, सर्वार्थ सिद्धि, सिद्धि योग और शुक्र प्रदोष के संयोग में महाशिवरात्रि का महापर्व मनेगा। भगवान शिव और मां गौरा के विवाहोत्सव के आयोजन होंगे।
त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग में भी पूजा-अर्चना-
महाशिवरात्रि के अवसर पर महाराष्ट्र के नासिक में स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर में भी भोलेनाथ की पूजा अर्चना की गई। भक्त देर रात से ही अपने ईष्ट का इंतजार कर रहे थे।