हल्द्वानी में सिटी बस संचालन को लेकर प्रक्रिया तेज हो गई है। अब सिटी बस सेवा की शुरुआत 21 जुलाई से प्रस्तावित की गई है। हालांकि इसे पहले 21 जून से संचालित करने की योजना थी। कई कारणों से इसमें देरी होती देखकर नई तारीख तय की गई है। परिवहन विभाग ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
समय के साथ शहर का जिस तरह विस्तार हुआ, उस हिसाब से यातायात के साधन सिमटते चले गए। यदि किसी के पास अपना निजी वाहन न हो और उसे काठगोदाम से यदि पंचायत घर आना हो तो तीन से चार जगह उसे टेंपो या ई-रिक्शा बदलना पड़ जाएगा। किराया भी जेब ढीली कर देगा। ऐसे में सिटी बस सेवा ऐसे यातायात को राहत देने वाला है। 18 मार्च को आरटीए की बैठक में सिटी बस सेवा को हरी झंडी दी गई थी। शहर में जो बसें चलेंगी, वे सभी बीएस 6 मानक का पालन करने वाली ही होंगी। चाहे वह डीजल की हो या सीएनजी की। इस हिसाब से जो बसें सिटी में चलेंगी वे नई ही होंगी। पुरानी बसों का संचालन नहीं हो पाएगा।
हल्द्वानी महानगर तथा आसपास के क्षेत्रों में छह मार्गों पर सिटी बस सेवा के परमिट निर्गत होंगे। इसे लेकर भी प्रक्रिया तेज है। केएमओयू के तहत हल्द्वानी जोन एवं रामनगर जोन के परमिट भी जारी होंगे। हल्द्वानी-चोरगलिया-सितारगंज चीनी मिल मार्ग, हल्द्वानी-कोटाबाग-बैलपड़ाव-रामनगर मार्ग, रूद्रपुर-गदरपुर-काशीपुर मार्ग भी इसमें शामिल होंगे। परिवहन यानों के चालकों को बैज भी प्रदान किए जाएंगे। रूद्रपुर-गदरपुर-दोराहा मार्ग के परमिटों का मार्ग विस्तार दोराहा से काशीपुर तक भी किया जाएगा।
दस से 50 रुपये तक होगा टिकट
इन बसों से यात्रा का शुरुआती किराया दस रुपये होगा। इसके बाद किलोमीटर के हिसाब से किराया तय होगा। हालांकि यह किराया 50 रुपये से ज्यादा भी नहीं होगा, वह भी लंबी दूरी के लिए ही होगा।
सिटी सेवा परिवहन विभाग की प्राथमिकता में है। इस सेवा के जरिये शहर में अनावश्यक रूप से चलने वाले वाहनों का दबाव भी कम हो जाएगा। इसके साथ ही पर्यावरण प्रदूषण को भी काफी हद तक रोका जा सकता है। -सुनील शर्मा, आरटीओ