Accident:- जम्मू में बड़ा हादसा.. जहा देखो खून ही खून,यात्रियों से भरी UP की बस गहरी खाई में गिरी, 22 की मौत, 69 लोग घायल
जम्मू-पूंछ राष्ट्रीय राजमार्ग (144ए) पर अखनूर के चूंगी मोड़ क्षेत्र में बड़ा सड़क हादसा हो गया। यहां एक यात्रियों से भरी बस गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में अब तक 22 लोगों के मारे जाने की खबर है। करीब 69 यात्री घायल हो गए। इनमें 57 को जीएमसी जम्मू रेफर किया गया और 12 लोगों का इलाज अखनूर उपजिला अस्पताल में जारी है। बस में 91 यात्री सवार थे। पुलिस व स्थानीय लोगों द्वारा बचाव अभियान चलाया। खाई से निकाल कर घायलों को अखनूर उपजिला अस्पताल में पहुंचाया गया। जहां से गंभीर रूप से घायल यात्रियों को जम्मू मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) रेफर किया गया।
बाबा भोलेनाथ के दर्शन के लिए शिवखोड़ी जा रहे थे यात्री
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, उत्तरप्रदेश के हाथरस की यह बस हरियाणा के कुरुक्षेत्र से शिवखोड़ी धाम जा रही था। शिवखोड़ी धाम, जम्मू संभाग के रियासी जिले के पौनी में स्थित है, जो कि कटड़ा सिथ्त माता वैष्णो देवी मंदिर से मात्र 80 किलोमीटर की दूरी पर है। यह भगवान भोलेनाथ को समर्पित है।
तीखे मोड़ पर सामने से आ रही बस से बिगड़ गया संतुलन
जानकारी के अनुसार, बस का नंबर है- यूपी 86ईसी 4078 बताया गया है। यह बस अखनूर के चूंगी मोड़ में गहरी खाई में जा गिरी। इस तीखे मोड़ पर सामने से आ रही एक बस के आने से हादसे वाली बस के चालक का संतुलन बिगड़ा गया और यह दुर्घटना हो गई। बस के गिरते ही चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। पुलिस को भी सूचित किया गया।
तुरंत में राहत और बचाव अभियान चलाया गया।
अस्पताल में इलाज करा रहे घायलों में से एक अमर चंद ने बताया, ‘एक कार विपरीत दिशा से आ रही थी। बस चालक ने तीखा मोड़ को पार करने की कोशिश की, लेकिन असफल रहा, जिसके परिणामस्वरूप वाहन खाई में जा गिरा।’
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (यातायात) फैसल कुरैशी, परिवहन आयुक्त और अन्य अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया और अभियान की निगरानी की। संभागीय आयुक्त रमेश कुमार, एसएसपी-जम्मू और जम्मू के डिप्टी कमिश्नर ने घायलों के बारे में जानकारी लेने के लिए जीएमसी अस्पताल का दौरा किया।
रस्सी और कुछ को पीठ पर लाद कर सड़क तक पहुंचाए घायल
बस के शीशे तोड़ कर लोगों को बाहर निकाला गया। फिर रस्सी और कुछ को पीठ पर लाद कर सड़क तक पहुंचाया गया। इसके बाद घायलों को वाहनों में सवार कर नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान सड़कों पर एंबुलेंस की आवाज गूंजती रही।
57 घायल जीएमसी जम्मू रेफर
अस्पताल में हादसे की खबर के साथ ही स्टाफ को अलर्ट कर दिया गया। घायलों के पहुंचने के साथ ही यहां उपचार शुरू कर दिया गया। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को प्राथमिक उपचार के बाद जीएमसी जम्मू रेफर किया गया। जीएमसी जम्मू में डॉक्टरों की अलर्ट टीम ने मोर्चा संभालते हुए पहुंचे हुए घायलों का तुरंत इलाज शुरू कर दिया।
जम्मू जिला प्रशासन ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
बस दुर्घटना के बारे में सहायता और पूछताछ के लिए इन नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है-
* डीएम कार्यालय 9419160547 9622699666,
* एसपी कार्यालय 9419172197, 9419194102, 9596869639
* मेडिकल 9419190500, 9419190493
बस में 91 यात्री थे सवार
बस में लगभग 91 यात्री सवार थे। हादसे की सूचना मिलते ही एसडीएम अखनूर लेख राज, एसडीपीओ अखनूर मोहन शर्मा, थानाप्रभारी अखनूर तारिक अहमद मोके पर बचाव कार्य मे जुटे। इसके बाद एसएसपी जम्मू व अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
जीएमसी में घायलों का हाल जानने पहुंचे जम्मू जिला उपायुक्त
सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) जम्मू में घायलों का हाल जानने के जिला उपायुक्त सचिन कुमार वैश्य पहुंचे। उन्होंने कहा कि दुर्घटना में घायलों का इलाज चल रहा है। वह यहां स्थिति की समीक्षा करने आए हैं। जिला प्रशासन घायलों को हर संभव मदद पहुंचने के लिए जुटा है।
मृतकों के परिजनों के लिए 5 लाख की सहायता राशि की घोषणा
उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू के अखनूर में हुई बस दुर्घटना हृदय विदारक है। उन्होंने इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे शोकाकुल परिवारों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस हादसे में जान गंवाने वाले मृतकों के परजिनों को पांच लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की है। साथ ही घायलों के इलाज के लिए पचास हजार रुपये देने की घोषणा की गई।
बस हादसे के 22 मृतकों की पहचान
बस हादसे में मारे गए 22 मृतकों की पहचान की जा चुकी है। अखनूर उप जिला अस्पताल के अनुसार इनकी पहचान लक्ष्मण प्रसाद निवासी नया गांव मथुरा, रुद्रा सुपुत्र लक्ष्मण प्रसाद निवासी नया गांव मथुरा, अनामिका पत्नी लक्ष्मण प्रसाद निवासी नया गांव मथुरा, नैना उर्फ नैंसी सुपुत्री लक्ष्मण प्रसाद निवासी नया गांव मथुरा, सीमा पत्नी समरजीत सिंह निवासी हाथरस, रणवीर सिंह निवासी हाथरस, समरजीत सिंह निवासी हाथरस, सोनू सुपुत्री सुभाष निवासी नया गांव मथुरा, संबंध सिंह सपुत्र सुंदर सिंह निवासी नया गांव मथुरा, रेनू पत्नी जगबीर सिंह निवासी हाथरस, तनुज सुपुत्र संजय सिंह निवासी नया गांव मथुरा, सुरेश निवासी नया गांव मथुरा, धर्मावती पत्नी राधेश्याम निवासी हाथरस, प्राची सुपुत्री जितेंद्र निवासी हाथरस, जयप्रकाश सुपुत्र भूरी सिंह निवासी नया गांव, सतवीर बस का परिचालक, राधा पत्नी रविंदर, वीरपाल सुपुत्र प्रभु सिंह निवासी हाथरस, राहुल सुपुत्र लटूरी सिंह निवासी हाथरस, सुनीता पत्नी भगवान सिंह निवासी नया गांव, यश सुपुत्र विजय सिंह निवासी हाथरस, रज्जो पत्नी राज कुमार निवासी हाथरस के रूप में हुई।