यूपी में विधानसभा की नौ सीटों पर उप चुनाव के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ बुधवार को अयोध्या पहुंचे। उन्होंने सुग्रीव किला में श्रीराजगोपुरम द्वार का अनावरण किया। यहां आयोजित संत सम्मेलन में अयोध्यावासियाें को एकजुटता का संदेश देते हुए कहा कि पूरा समाज एक भाव और एक साथ लड़ाई लड़ता है, तब सफलता मिलती है। देखिए, एक भाव की सरकार केंद्र और राज्य में आई तो जो 500 साल में नहीं हुआ, वह 2 साल में हो गया। 500 साल पहले भी ऐसी ही एकता का परिचय दिया होता तो गुलामी का मुंह न देखना पड़ता।
बिखराव करने वाले तत्वों को अलग करना होगा
मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में धर्म और समाज को कमजोर करने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि कोई भी समस्या जो समाज और राष्ट्र को कमजोर करती हो, हमें उससे खुद को अलग करना होगा। समाज में बिखराव करने वाले तत्वों को बेनकाब कर समाज से अलग-थलग करना धर्म का कार्य होना चाहिए। उन्होंने कहा, आज अयोध्या में कई आश्रम हैं, वहां सनातनी वातावरण है। दुनिया में कहीं भी अगर सनातन को अपमान झेलना पड़ा, तो वहां कोई न कोई कमी जरूर रही। कोई भी सभ्य व्यवस्था, अपनी गलतियों का परिमार्जन जितनी जल्दी कर ले, वह उतना अच्छा है। समाज में कोई कमी है, फूट पड़ रही है, मतभेद हो रहे हैं, तो समय रहते उसका इलाज जरूरी है, नहीं तो वह कैंसर बन जाता है।
देवरहा बाबा से भी रहा है सुग्रीव किला का संबंध
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुग्रीव किला का संबंध देवरहा बाबा से भी रहा है। उन्होंने बताया कि यह स्थल श्रीराम के वनवास काल से जुड़ा है, जब भरत जी ने इसे श्रीराम के निवास के लिए तैयार किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले इस किले तक पहुंचने का मार्ग संकरा था, लेकिन अब इसे चौड़ा और सुगम बना दिया गया है। उन्होंने इसे अयोध्या के विकास की एक महत्वपूर्ण कड़ी बताया। योगी ने कहा कि अयोध्या अब न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक वातावरण का केंद्र है, बल्कि विश्व की सबसे सुंदर नगरी के रूप में भी विकसित हो रही है।
अयोध्या को श्रीराम के आदर्शों वाली नगरी बनाना होगा
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के विकास की योजनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि यहां इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन चुका है, जो अयोध्या को वैश्विक स्तर पर जोड़ने में मदद करेगा। उन्होंने अयोध्या को विश्व की सबसे सुंदर नगरी बनाने का संकल्प दोहराया और इसे अयोध्यावासियों की जिम्मेदारी बताया कि इस धरोहर को सुरक्षित और संरक्षित रखें। मुख्यमंत्री ने अयोध्या के विकास के साथ अन्य धार्मिक स्थलों के कायाकल्प की भी बात कही। उन्होंने कहा कि संतों के मार्गदर्शन में अयोध्या को श्रीराम के आदर्शों वाली नगरी के रूप में विकसित किया जाएगा। जगद्गुरु पुरुषोत्तमाचार्य के योगदान का भी उल्लेख करते हुए सीएम ने उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त की।