यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर डामटा रिखाऊं खड्ड के पास दर्दनाक हादसा हुआ है। अनियंत्रित होकर एक बस खाई में जा गिरी। बताया जा रहा है कि बस में 30 लोग सवार थे। अभी तक 26 शव बरामद किए गए हैं और चार यात्री घायल हैं। सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची है। बचाव कार्य जारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे हैं। उन्होंने घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान भी देहरादून पहुंच गए हैं। उन्होंने मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है।
घायलों से मिलने पहुंचे शिवराज
देहरादून में आपदा नियंत्रण कक्ष के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बस दुर्घटना में घायल हुए लोगों से मिलने अस्पताल पहुंचे।
सीएम शिवराज ने आपदा नियंत्रण कक्ष से साझा की जानकारी
मैं यहां देहरादून के आपदा नियंत्रण कक्ष में हूं। मैंने मौके से पूरी जानकारी ली है। घटना स्थल पर डीएम, एसपी, डीआईजी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौजूद हैं। 2 लोगों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। 3 घायल मैक्स अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं।
बस (यूके-04 1541) हरिद्वार से चली थी। ड्राइवर और कंडक्टर की सीट को छोड़कर बस में 28 यात्री बैठ सकते थे। सभी यात्री मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के निवासी बताए जा रहे हैं। थानाध्यक्ष पुरोला अशोक कुमार ने बताया की 26 चारधाम यात्रियों से भरी बस रविवार शाम पौने सात बजे 200 फीट गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई जबकि चार घायल हैं। इनमें से 23 ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था जबकि तीन की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई। मृतकों की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। बस में चालक और परिचालक और मध्यप्रदेश के जिला पन्ना के गांव जखला निवासी 28 तीर्थयात्री सवार थे।
हादसा यमुनोत्री हाईवे पर डामटा से करीब 5 किमी दूर रिखाऊं खड्ड क्षेत्र में हुआ। बस हरिद्वार से यमुनोत्री धाम के लिए चली थी। दुर्घटना की सूचना पर बड़कोट और पुरोला पुलिस के साथ ही एसडीआरएफ, एनडीआरएफ टीम पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। पुरोला थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि सात घायलों को निकाला गया जिसमें तीन महिलाएं थीं। उन्हें उपचार के लिए सीएचसी नौगांव में भर्ती कराया गया। इनमें से तीन ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। चार घायलों का इलाज चल रहा है। गहरी खाई व अंधेरा होने से शवों को सड़क तक लाने में दिक्कत आ रही है। हादसा इतना भयावह था कि बस के परखच्चे उड़ गए। मौके पर एसडीएम बड़कोट शालिनी नेगी, सीओ सुरेंद्र भंडारी मौजूद हैं।