कांग्रेस नेता हरीश रावत बुधवार को हाथ-पैर बांधे जाने जैसे ट्वीट करने के बाद गुरुवार को नरम पड़ गए हैं। उनका कहना है कि उनका ट्वीट तो रोजमर्रा जैसा ही था।
हरीश रावत ने बुधवार शाम तीन ट्वीट किए थे, जिनमें उन्होंने राजनीति से सन्यास लेने के संकेत दिए थे। गुरुवार को पार्टी हाईकमान द्वारा बुलाए जाने के बाद उनके तेवर नरम पड़ गए हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, मेरा ट्वीट रोजमर्रा जैसा ही ट्वीट है। मगर आज अखबार पढ़ने के बाद लगा कि कुछ खास है। क्योंकि भाजपा और आप पार्टी को मेरी ट्वीट को पढ़कर बड़ी मिर्ची लग गई है और इसलिए बड़े नमक-मिर्च लगाए हुए बयान दे रहे हैं।