उत्तर प्रदेश
मेडिकल सप्लाइज कॉर्पोरेशन से दर्शननगर आशापुर स्थित ड्रग वेयर हाउस भेजी गई विटामिन की टैबलेट रैपर में ही पाउडर हो गई। गोदाम प्रभारी की शिकायत पर शनिवार को पहुंचे औषधि निरीक्षक ने ड्रग वेयर हाउस का जायजा लिया। इस दौरान विटामिन, अधोमानक मिली एक अन्य दवाओं समेत 14 दवाओं के नमूने लिए गए हैं।
जिले के सरकारी अस्पतालों में दवाओं की आपूर्ति के लिए उ.प्र. मेडिकल सप्लाइज कॉर्पोरेशन का ड्रग वेयर हाउस दर्शननगर स्थित आशापुर में संचालित है। बीते दिनों यहां बी-कॉंपलेक्स के बैच नंबर-वीबीटी2431 की आपूर्ति की गई, जिसकी एक्सपायरी फरवरी, 2026 अंकित है। इसका वितरण अस्पतालों में किया गया तो पता चला कि टैबलेट रैपर से निकालते समय ही टूट रही थी। ड्रग वेयर हाउस के प्रभारी फार्मासिस्ट ने 10 अक्तूबर को मेडिकल सप्लाइज कॉर्पोरेशन के महाप्रबंधक औषधि और गुणवत्ता को पत्र भेजकर समस्या से अवगत कराया था। मामले को संज्ञान लेकर महाप्रबंधक ने औषधि निरीक्षक को मामले की जांच करने के निर्देश दिए थे।
इसके अनुपालन में शनिवार को औषधि निरीक्षक सुमित वर्मा ड्रग वेयर हाउस पहुंचे और निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बी-कॉंपलेक्स का नमूना लिया। साथ ही पूर्व में जांच में अधोमानक मिली अमाक्सिन सल्फेट इंजेक्शन का भी नमूना लिया। निरीक्षण के समय संदिग्ध मिलने पर नॉरफ्लोक्सासिन, सिप्रोफ्लोक्सासिन, डाइक्लोफिनैक, पैरासिटामॉल, एमॉक्सिसिलिन फ्लूकोनाज़ोल, विल्डाग्लिप्टिन, मोंटेलुकास्ट, स्किन क्रीम, बच्चों की सिरप समेत 12 अन्य दवाओं का नमूना भी लिया। उन्होंने बताया कि इन नमूनों को जांच के लिए आगरा स्थित लैब भेजा जाएगा। वहां से प्राप्त रिपोर्ट को अग्रिम कार्रवाई के लिए शासन भेजा जाएगा।