सोशल मीडिया बंद- राष्ट्रपति ने लगाई मुहर,15 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया होगा बैन

Spread the love

 

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने संकेत दिए हैं कि 15 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर आने वाले महीनों में यूरोपीय संघ (EU) इस पर कोई कदम नहीं उठाता, तो फ्रांस खुद इस दिशा में सख्त कानून बनाएगा।

यह बयान उस दुखद घटना के कुछ ही घंटों बाद आया है जिसमें फ्रांस के पूर्वी शहर नोझों (Nogent) के एक मिडिल स्कूल में 14 वर्षीय छात्र ने एक 31 वर्षीय स्टाफ मेंबर की चाकू मारकर हत्या कर दी। हमले में एक पुलिस अधिकारी भी घायल हुआ। छात्र ने दोनों पर एक ही चाकू से वार किया।

 

हम और इंतजार नहीं कर सकते”: मैक्रों

फ्रांस 2 टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा, “हमें 15 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाना होगा। मैं यूरोप से इस दिशा में प्रयास की उम्मीद कर रहा हूं। अगर नहीं हुआ, तो फ्रांस अकेले ही कदम उठाएगा। हम अब और इंतजार नहीं कर सकते।” उन्होंने यह भी कहा कि युवाओं में बढ़ती हिंसा की संस्कृति को बढ़ावा देने में डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की अनियंत्रित पहुंच एक बड़ी वजह बन रही है।

सोशल मीडिया: बच्चों के लिए खतरा?

हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि नोझों की घटना में सोशल मीडिया की कोई भूमिका थी या नहीं, लेकिन फ्रांसीसी अधिकारियों का मानना है कि इन प्लेटफॉर्म्स के जरिए आक्रामक व्यवहार तेजी से फैल रहा है। मैक्रों ने इसके बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले Twitter) पर भी लिखा: “प्लेटफॉर्म्स के पास उम्र की पुष्टि करने की तकनीक है, उन्हें इसका इस्तेमाल करना चाहिए।”

ऑस्ट्रेलिया का उदाहरण

फ्रांस अकेला देश नहीं है जो सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों को लेकर सख्त हो रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने 2024 में 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाया था। वहां सरकार ने कहा था कि वह उम्र सत्यापन तकनीक के सहारे इस नियम को लागू करेगी।
ऑस्ट्रेलिया में यह बैन Snapchat, TikTok, Facebook, Instagram और X जैसे प्लेटफॉर्म्स पर लागू है, हालांकि गेमिंग और मैसेजिंग एप्स इस नियम से बाहर हैं क्योंकि उन्हें अकाउंट के बिना इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। अगर कंपनियां इस नियम का उल्लंघन करती हैं तो उन पर 50 मिलियन ऑस्ट्रेलियन डॉलर (लगभग ₹270 करोड़) तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।

Spread the love
और पढ़े  मिली धमकी: अब बंगलूरू के 50 स्कूलों को बम से उड़ाने की मिली धमकी,जांच में फर्जी निकला ईमेल
  • Related Posts

    स्वर्ण मंदिर- गोल्डन टेंपल को बम से उड़ाने का फिर आया ईमेल, आईटी इंजीनियर की गिरफ्तारी के बाद एक और धमकी मिली

    Spread the love

    Spread the love   हरियाणा के फरीदाबाद से सॉफ्टवेयर इंजीनियर शुभम दुबे की गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को फिर श्री हरमंदिर साहिब में आरडीएक्स बम से उड़ाने की धमकी मिली।…


    Spread the love

    Malaria Vaccine: अब भारत में खत्म होगा मलेरिया,पहला भारतीय टीका तैयार, उत्पादन के लिए ICMR निजी कंपनी के साथ समझौता करेगा

    Spread the love

    Spread the love     भारत में डेंगू से पहले मलेरिया रोग खत्म हो सकेगा। भारतीय वैज्ञानिकों ने मलेरिया रोग के खिलाफ पहला स्वदेशी टीका तैयार कर लिया है जो…


    Spread the love