गोंडा थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी विधवा महिला ने अपने देवर व उसके दोस्त पर दुष्कर्म करने, ससुरालीजनों पर बंधक बनाने और गर्भवती होने पर घर से निकाल देने का आरोप लगाया है। अदालत के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
महिला ने बताया कि उसके पति की अप्रैल 2018 में हृदयाघात से मौत हो गई थी, वह अपनी सात वर्ष की पुत्री के साथ अपना समय व्यतीत कर रही है, उसका देवर उसकी मजबूरी का फायदा उठाते हुए उस पर बुरी नीयत रखने लगा और उसके साथ शादी कर लेने का दबाव बनाने लगा। महिला इसका विरोध जताती रही। आरोप है कि बीती 18 फरवरी की देर रात देवर अपने दोस्त संग उसे अकेला पाकर उसके कमरे में घुस आया तथा चाकू के बल पर जान से मारने की धमकी देते हुए दोनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
महिला ने इस बावत ससुराल के अन्य लोगों को बताया तो उन्होंने धमकाते हुए उसे चुप करा दिया। महिला ने कहा है कि घटना के कारण उसका गर्भ ठहर गया। इस दौरान सुसराल के लोगों ने उसे घर पर बंधक बनाए रखा। गत 8 जून को उसने फिर से ससुराल के लोगों से चार माह की गर्भवती होने की बात कही तो ससुराल के लोगों ने उसे लात-घूंसों से पीटा और पुत्री के साथ उसे घर से निकाल दिया। धमकाया कि अगर वह घर वापस लौटी तो मां- बेटी को जिंदा जला देंगे। मामले में थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।








