
हल्द्वानी बस अड्डे पर शनिवार को पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ी। नैनीताल जाने वाली बसों में बैठने के लिए यात्रियों में सीट के लिए मारामारी रही। रोडवेज प्रबंधन ने बिना देर किए पहाड़ से मैदानी मार्गाें पर चलने वाली निगम की बसों को नैनीताल भेजा। तब जाकर करीब चार घंटे बाद रोडवेज प्रबंधन को राहत मिली। करीब 60 बसों से 1500 से अधिक यात्रियों को कैंची धाम के अलावा पर्वतीय क्षेत्राें में भेजा गया।
हल्द्वानी और काठगोदाम डिपो की ओर से रोजाना नैनीताल रूट पर रोडवेज बसों के 30 फेरे लगते हैं लेकिन शनिवार सुबह बसें कम पड़ गईं और रोडवेज को 20 से अधिक अतिरिक्त बसों का संचालन करना पड़ा। एआरएम संजय पांडे और राजेंद्र आर्य, इंचार्ज इंदिरा भट्ट, नवीन कोठारी समेत रोडवेज कर्मचारी बसों की व्यवस्था करने में जुटे रहे। अल्मोड़ा, भवाली, रामनगर, हल्द्वानी, काठगोदाम डिपो की बसों को लगातार नैनीताल भेजा गया।
दोपहिया पर प्रतिबंध से बसों में बढ़ी भीड़
रोडवेज बसों में यात्रियों की भीड़ का एक कारण पुलिस की ओर से नैनीताल रूट पर दोपहिया वाहनों के प्रतिबंध लगाने को भी माना जा रहा है। रोडवेज अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को सभी रूटों पर यात्रियों की भीड़ रही।
महीनों बाद हुई 22 लाख की कमाई
काठगोदाम डिपो की बीते शुक्रवार को रूट पर गईं 40 से अधिक बसें एक दिन में 22 लाख की कमाई कर लौटी हैं। एआरएम राजेंद्र आर्य ने बताया कि बीते लंबे समय से डिपो की एक दिन की आय 15 से 16 लाख तक पहुंच गई थी लेकिन अब इस वीकेंड से बसों में यात्री उमड़ रहे हैं। डिपो की नौ अनुबंधित वाल्वो बसों ने चार लाख से अधिक कमाए हैं।
अनुबंधित बस स्वामी से वसूलेंगे 30 हजार जुर्माना
पिछले दिनों दिल्ली रूट पर 18 यात्रियों की जान खतरे में डालने वाले काठगोदाम डिपो के अनुबंधित सीएनजी बस के चालक पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। एआरएम ने बताया कि बस चालक ने नशे में हंगामा किया था। इस वजह से निगम का नुकसान हुआ। इस मामले में बस स्वामी से 30,000 से अधिक का जुर्माना वसूला जाएगा।