बदरीनाथ धाम:- मध्यम बारिश के बीच बदरीनाथ धाम के कपाट खुले…बदरी विशाल के जयकारों से गूंजा उठा धाम

भू बैकुंठ बदरीनाथ धाम के कपाट आज पूरे विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। रिमझिम बारिश के बीच कपाट खुले तो भक्तों का उत्साह, उमंग और आस्था चरम पर दिखी। कपाट खुलते ही धाम जय बदरी विशाल के जयकारों से गूंज उठा। आर्मी बैंड एवं ढोल नगाड़ों की मधुर धुन और स्थानीय महिलाओं के पारंपरिक संगीत और नृत्य के साथ भगवान बदरी विशाल की स्तुति ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया
यात्रा पड़ावों से लेकर धाम में तीर्थयात्रियों की खूब भीड़ उमड़ी है। कपाट खुलने के मौके पर करीब दस हजार श्रद्धालु धाम पहुंचे। धाम पहुंचने के लिए रास्ते में अभी भी लंबी लाइन लगी है। ऐसे में शाम तक बदरीनाथ में अखंड ज्योति के दर्शन के लिए करीब 20 हजार तीर्थयात्रियों के पहुंचने की उम्मीद है।
बता दें कि बदरीनाथ धाम से पहले यमुनोत्री, गंगोत्री और केदारनाथ मंदिर के कपाट 10 मई को खोल दिए गए थे। वहीं, अब बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम की यात्रा शुरू हो गई है।
श्रीबदरीनाथ पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश के सहयोग से आस्था पथ से लेकर धाम को ऑर्किड और गेंदे के 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। धाम में स्थित प्राचीन मठ-मंदिर भी सजाए गए हैं।
कपाट खुलने से पहले ये परंपराएं हुईं पूरी
प्रात: चार बजे- बदरीविशाल के दक्षिण द्वार से भगवान कुबेर का प्रवेश।
प्रात: पांच से साढ़े पांच बजे- विशिष्ट व्यक्तियों का गेट नंबर तीन से मंदिर में प्रवेश।
प्रात: 5.40 बजे- रावलजी, धर्माधिकारी व वेदपाठियों का उद्धवजी के साथ मंदिर में प्रवेश।
प्रात: 5.45 बजे – रावल और धर्माधिकारी द्वारा द्वार पूजन।
प्रात: 6 बजे- श्रद्धालुओं के लिए बदरीनाथ धाम के कपाट खुले।