अयोध्या में महंत राममिलन दास की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत: खाना खाने के बाद मुंह से झाग निकलने लगा, शिष्य अस्पताल ले गए अयोध्या के रावत मंदिर के महंत राममिलन दास रामायण की शनिवार शाम को खाना खाने के बाद तबीयत बिगड़ गई। उनके मुंह से झाग निकलने लगा। शिष्य उन्हें लेकर फौरन श्री राम अस्पताल ले
लगा। शिष्य उन्हें लेकर फौरन श्री राम अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने चेक अप के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी मनोज शर्मा घटनास्थल पहुंचे। वहां निरीक्षण कर लोगों से घटना की जानकारी ली। उसके बाद जांच में जुट गए।वहीं दिगंबर अखाड़ा के महंत राम लखन दास, महंत राममिलन दास रामायण को देखने अस्पताल पहुंचे। उनके साथ वामन मंदिर के मंत्र वैदेही वल्लभ शरणभी थे। उन्होंने बताया कि आज शाम को सूचना मिली कि महंत राममिलन दास को कुछ हो गया है। उनकी मौत कैसे ही इसका पता चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम करा कर घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
महंत राममिलन दास रामायण के शिष्यों ने बताया-राम मिलन दास बेहद सीधे-साधे संत थे। अयोध्या के धार्मिक कार्यक्रमों में अक्सर शामिल होते थे। उन्होंने
शनिवार रात में करीब 7 बजे खाना खाया था। खाना खाने के थोड़ी देर बाद ही उनके मुंह से झाग निकलने लगा। नौकरानी ने शोर मचाया। उसके बाद उनके शिष्य वहां पर पहुंचे। उन्हें फौरन श्री राम अस्पताल ले गए। वहां पर डॉक्टरों ने उनका चेक अप किया। उसके बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
15 साल से थे रावत मंदिर के महंत
राममिलन दास पिछले 15 साल से रावत मंदिर के महंत हैं। उनके गुरु राम मिलन दास राम मंदिर आंदोलन के नेता रहे हैं। अभी सीएम योगी आदित्यनाथ के करीबी रहे। योगी आदित्यनाथ उनसे मिलने के लिए रावत मंदिर में आते रहे हैं। मुख्यमंत्री की अयोध्या दौर के दौरान राममिलन दास रामायण अक्सर उनके कार्यक्रम में शामिल होते रहे हैं। चर्चा है कि मंदिर से जुड़ी जमीन का 6 से 7 करोड़ रूपया अभी हाल ही में उनके खाते में आया था।राममिलन दास की मौत की सूचना मिलते ही डीएम और एसएसपी उन्हें देखने श्री राम अस्पताल पहुंचे। उनकी मौत को लेकर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कुछ महंतों के साथ करीब आधे घंटे तक बात की। हालांकि उनके बीच क्या बातचीत हुई। ये पता नहीं चल पाया है।







