दीपोत्सव के अगले दिन सीएम योगी सरयू अतिथि ग्रह से सीधे हनुमानगढ़ी दर्शन के लिए गए। हनुमानगढ़ी में दर्शन के पश्वात उन्होंने रामलला के दर्शन किए। रामलला के दर्शन करने के बाद वह वाल्मिकी समाज के लोगों से मिलकर उनके साथ दिवाली मनाई। इसके बाद सीएम ने कंधरपुर में निषाद बस्ती में निषाद समाज के लोगों से मुलाकात की और उपहार बांटे। सीएम योगी ने यहां वाल्मिकी और निषाद समाज के लोगों को उनके कार्यों के लिए विशेष तौर पर बधाई दी।

संतों से की मुलाकात, हुआ जलपान
इसके बाद सीएम ने अयोध्या में दिगंबर अखाड़ा बड़ा भक्तमाल और मणिरामदास छावनी गए। कारसेवकपुरम में संतों के साथ मुलाकात करने के बाद जलपान किया। सीएम ने उसके बाद रामकथा पार्क पर सफाई कर्मचारी एवं नविकों के मध्य समय बिताया और मिष्ठान वितरण किया।
दीपोत्सव में रामनगरी ने लगातार नौवींं बार अपना ही कीर्तिमान तोड़ दिया। भगवान राम के अयोध्या लौटने पर राम की पैड़ी के 56 घाटों पर 29 लाख 25 हजार 051 दीये जगमगा उठे। इनमें से 26 लाख 17 हजार 215 दीयों के अनवरत प्रज्ज्वलित होने का विश्व रिकॉर्ड बना। गणना के बाद गिनीज बुक की टीम ने इस वैश्विक उपलब्धि की घोषणा की।
मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश सरकार के मंत्री, संत-धर्माचार्य व पोलैंड से आए विदेशी मेहमान इस पल के साक्षी बने। इस दौरान राम की पैड़ी 20 हजार से अधिक लोगों की मौजूदगी में जयश्रीराम के उद्घोष से गूंज उठी। वर्ष 2024 में 25.12 लाख दीपों का प्रज्ज्वलन कर बना विश्व रिकॉर्ड इस बार 01.05 लाख अधिक संख्या के साथ टूटा। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से एग्जीक्यूटर स्वप्निल दंगारीकर और कसंल्टेंट निश्चल बरोट ने मंच से नए कीर्तिमान की घोषणा करने के साथ इसका प्रमाणपत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा।
दीपोत्सव के आयोजन से पहले सुबह 10 बजे साकेत महाविद्यालय से श्रीराम राज्याभिषेक शोभायात्रा निकाली गई। यह शोभायात्रा रामपथ से होते हुए रामकथा पार्क पहुंची जहां दोपहर 2:30 बजे सीएम योगी आदित्यनाथ ने झांकी की अगवानी की। इसके बाद लंका विजय कर सीता के साथ प्रभु राम पुष्पक विमान रूपी हेलीकॉप्टर से अयोध्या के सरयू तट पर उतरे तो त्रेतायुग का दृश्य सजीव हो उठा। रामकथा पार्क में प्रथम तिलक गुरु वशिष्ठ की भूमिका में मुख्यमंत्री योगी ने किया। श्रीराम के राजतिलक के साथ पूरा सरयू तट जयकारों से गूंज उठा।
सरयू की महाआरती का भी बना विश्व रिकॉर्ड
वहीं सरयू की महाआरती का भी लगातार दूसरी बार विश्व रिकॉर्ड बना है। अयोध्या ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा है। पिछले साल दीपोत्सव में 1100 अर्चकों ने एक साथ सरयू आरती कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इस बार 2158 अर्चक एवं मातृ शक्तियों ने एक साथ सरयू की महा आरती कर विश्व कीर्तिमान बनाया। आरती के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ, आरती के संयोजक महंत शशिकांत दास, महंत जनार्दन दास समेत योगी सरकार के मंत्री भी मौजूद रहे।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को दीपावली का पर्व अयोध्या के देवकाली वार्ड के मातगैड स्थित मलिन बस्ती में एससी समाज के साथ मनाया। इस दौरान उन्होंने बस्ती के निवासियों को रामलला के प्रसाद और दीपावली के उपहार का वितरण भी किया। मुख्यमंत्री ने मलिन बस्ती में आयोजित दीपावली उत्सव के दौरान भारत माता की जय, जय श्री राम और हनुमान जी महाराज की जय के उद्घोष के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की।
उन्होंने कहा कि आज दीपावली के अवसर पर मैं अयोध्या की इस मलिन बस्ती में आया हूं। सभी बहनों और भाइयों को दीपावली की बधाई है। प्रदेश सरकार की ओर से दीपावली के मौके पर मिष्ठान वितरण के उद्देश्य से यहां आना हुआ है।आप सभी के लिए दीपावली का पर्व मंगलमय हो। योगी ने कहा कि दीपावली के पर्व पर उत्साह और उमंग आपके बीच में निरंतर बना रहे, इसी कामना के साथ यहां आया हूं। आपका मोहल्ला बहुत साफ सुथरा है, यह अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर भारतवासी को स्वच्छता के प्रति आग्रही बनने का संदेश दिया है। हम यदि स्वच्छ रहेंगे, तभी स्वस्थ रहेंगे।
जो पूरे नगर को साफ करते हैं, उनका मोहल्ला ही साफ न हो तो लोग स्वाभाविक रूप से प्रश्न करेंगे लेकिन आपने अपनी बस्ती को साफ रखा है, इसके लिए आप सभी को बधाई है। उन्होंने कहा कि दीपावली या कोई भी पर्व त्यौहार उत्साह और उमंग का होता है। यह तब होता है जब हम मिलकर उसे मनाते हैं। यह आयोजन उसी का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि वह हनुमानगढ़ी और रामलला के दर्शन करने के बाद यहां पहुंचे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मलिन बस्ती के परिवार के सदस्यों को रामलला का प्रसाद और दीपावली का उपहार वितरित किया। मलिन बस्ती में आयोजित दीपावली उत्सव में मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी, अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्त, भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव सिंह और महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।
श्रीरामलला के दरबार में लगाई हाजिरी








