हिमाचल में फटा बादल: भारी बारिश से मची तबाही 50 से ज्यादा मौते, मुख्यमंत्री ने बुलाई आपात बैठक
हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच भारी बारिश से तबाही का दौर जारी है। राज्य में जगह-जगह बादल फटने व भूस्खलन से 35 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। जबकी कई लापता है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार आपदा के कारण राज्य में 751 सड़कें बंद हैं। राजधानी शिमला में 13, सोलन में 10, हमीरपुर में 3, मंडी में 7, कांगड़ा में 2, चंबा और सिरमौर में 1-1 लोगों की जान गई है। शिमला, सोलन, कांगड़ा में एक-एक और मंडी में दो जगह बादल फटे हैं। शिमला में 15, मंडी में आठ और सिरमौर में एक लापता है। कई ऐसे इलाके हैं जहां कितना नुकसान हुआ है, कितने लोगों की जान चली गई इसकी जानकारी ही नहीं मिल पाई है। प्रदेश सरकार ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर होने वाले सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। केवल रस्मी तौर पर ही तिरंगा फहराएंगे। उपायुक्त आदित्य नेगी शिमला ने बताया कि दो जगह भूस्खलन में कई लोगों के दबे होने की आशंका है और बचाव अभियान जोरों पर चल रहा है। समरहिल में अब तक चार शव निकाले जा चुके हैं। इनमें तीन बच्चे व एक महिला का शव शामिल है।
हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच भारी बारिश से तबाही का दौर जारी है। राज्य जगह-जगह बादल फटने व भूस्खलन से अब तक 38 लोगों की मौत हो गई है। जबकि कई लापता हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, आपदा के कारण राज्य में 752 सड़कें बंद हैं।
अब तक 51 लोगों की मौत-
सीएम ने आपात बैठक बुलाई
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आपात बैठक बुलाई है। शिमला स्थित सचिवालय में बैठक हो रही है। बैठक में प्रदेशभर में भारी बारिश से हुई तबाही को देखते हुए बड़े फैसले लिए जा सकते हैं।
जगह-जगह बादल फटने और भूस्खलन से अब 51 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 30 लोग मलबे में दबने और बहने से लापता हैं। मंडी जिले में 18, राजधानी शिमला में 14, सोलन में 11, कांगड़ा-हमीरपुर में 3-3, चंबा और सिरमौर में 1-1 लोगों की जान गई है।