राम मंदिर के 191 फीट ऊंचे शिखर पर फहराए जाने वाले ध्वज का आकार-प्रकार तय किया जा चुका है। यह ध्वज त्रेतायुग का अहसास कराएगा, क्योंकि ध्वज सूर्य, ॐ व कोविदार वृक्ष के प्रतीकों (चिह्न) से सुसज्जितहोगा। ये प्रतीक राम राज्य के ध्वज पर बने थे, ऐसा वाल्मीकि रामायण में वर्णित है।
उन्होंने बताया कि ध्वजारेाहण समारोह अयोध्या केंद्रित होगा। पूर्वी उत्तर प्रदेश के ही लोग इसमें शामिल होंगे, इससे बाहर के लोगों को नहीं बुलाया गया है। ध्वजारोहण समारोह का पूजन पांच दिवसीय होगा। इस दौरान राम मंदिर समेत सभी आठ मंदिरों में विशेष पूजन व हवन होता रहेगा, अन्य अनुष्ठान होंगे। उन्होंने बताया कि राम ध्वज की आकृति तय हो गई है। ध्वज 22 फीट लंबा होगा जबकि चौड़ाई 11 फीट होगी। केसरिया यानी भगवान रंग के ध्वज पर कोविदार वृक्ष, सूर्य का चिह्न और ॐ अंकित रहेगा। यह रामायणकालीन ध्वज की तरह ही होगा।







