सुप्रीम कोर्ट के बाद अयोध्या के धर्मार्चार्यों ने भी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कांवड़ यात्रा पर रोक लगाने की मांग की है। रामनगरी के साधु-संतों का कहना है, कि शरीर ही साधना है, जिसकी सुरक्षा आवश्यक है। बिना इसके धर्म का कोई मतलब नहीं है। इसलिए कांवड़ यात्रा पर हर हाल में रोक लगाई जानी चाहिए। कोरोना फैलेगा तो मंदिरों में पूजा पाठ भी बंद हो जाएगा। रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर भी दुनिया के बहुत से देशों में दस्तक दे चुकी है और भारत में भी इसकी आहट है। इन परिस्थितियों में कोरोना के नियमों में कोई ढील नहीं होनी चाहिए। आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि कांवड़ यात्रा निकलेगी तो भीड़ पर नियंत्रण मुश्किल हो जाएगा और इससे कोरोना फैलेगा तो मंदिरों में जो पूजा पाठ चल रहा है, वह भी बंद हो जाएगा और श्रद्धालु दर्शन भी नहीं कर पाएंगे।तो वही दूसरी औऱ अयोध्या कावड़ यात्रा को लेकर जगद्गुरु परमहंस आचार्य का कहना है कि कावड़ यात्रा धार्मिक यात्रा है।कोविड नियमो का पालन करते हुए यात्रा को परमिशन देना चाहिए।
अयोध्या : सुप्रीम कोर्ट के बाद अयोध्या के धर्मार्चार्यों ने भी कांवड़ यात्रा पर रोक लगाने की मांग की
