उत्तर प्रदेश : यूपी अलीगढ़ में जहरीली शराब से मरने वालों का का तांडव संख्या पहुंची 71, गिरफ्तार हुआ मुख्य आरोपी विपिन यादव। कितना और कहां तक छुप आएगी सरकार?

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इस मामले में कार्रवाई आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे सरकारी तंत्र की तमाम खामियां सामने आ रही हैं और पता चल रहा है कि इस तरह की घटनाओं के पीछे सरकार की कितनी बड़ी लापरवाही छिपी होती है।

अलीगढ़ में जहरीली शराब ने लगातार चौथ दिन सोमवार को भी कहर बरपाया। शराब पीने से टप्पल के बीमार लोगों की मौत का सिलसिला चौथे दिन भी जारी रहा। सोमवार को जिले में छह और लोगों की मौत हो गई। इससे पहले रविवार शाम तक पोस्टमार्टम के लिए लाए गए शवों की संख्या 71 तक पहुंच गई थी। इस तरह जिले में रविवार को 15 मौत हुई थीं और आज छह। 

वहीं जिला प्रशासन द्वारा अभी तक मौत के इस तांडव को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। बल्कि प्रशासन लगातार आंकड़े छिपाने में जुटा है। जिलाधिकारी ने मौतों को लेकर आधिकारिक पुष्टि करने के बजाय कहा है कि अब पोस्टमार्टम रिपोर्टों के अध्ययन के बाद ही यह तस्वीर साफ की जा सकेगी जहरीली शराब से जिले में कितनी मौत हुई हैं। फिलहाल पोस्टमार्टम कराए जा रहे हैं। 

अलीगढ़ में जहरीली शराब बेचकर मौत का तांडव मचाने वाला 50 हजारी नकली शराब सरगना विपिन उर्फ ओमवीर यादव को एक अन्य साथी संग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही उसके उस ठिकाने को भी बेपर्दा कर दिया है जहां यह शराब बनाई जा रही थी। 15 फीट ऊंचाई की बाउंड्रीवाल में कैद यह शराब फैक्टरी अकराबाद क्षेत्र के पनैठी से सटे गांव अधौन के खेतों में चल रही थी। विपिन की गिरफ्तारी के बाद देर रात एक टीम अधौन स्थित फैक्टरी पहुंच गई थी, जहां भारी मात्रा में माल बरामद किया गया था, जबकि दूसरी टीम तालानगरी की एक स्याही-सैनीटाइजर फैक्टरी में थी। वहां भी चेकिंग की जा रही थी।
आबकारी विभाग को ठहराया गया जिम्मेदार
जहरीली शराब से मौतों के लिए जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्तर से शासन को भेजी गई संयुक्त रिपोर्ट में आबकारी को सीधे-सीधे जिम्मेदार ठहराया गया है। इस रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि ठेकों से इस तरह की शराब बिक रही है, यह बिना आबकारी की मिलीभगत के संभव नहीं हो सकता। इधर, शासन स्तर से भी इस सच्चाई की जानकारी के लिए आईबी की टीम यहां भेजी गई है। जो जांच पड़ताल कर सीधे लखनऊ को रिपोर्ट भेज रही है। ये टीमें घटना वाले गांवों से लेकर पोस्टमार्टम तक हर एक पहलू पर जांच कर रही है। शराब के सभी चर्चित कारोबारियों की कुंडली भी जुटाई जा रही है। इनके राजनीतिक कनेक्शन, संरक्षणदाता, अधिकारियों से संबंध पर भी जांच चल रही है।

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