चुनाव की तारीख आस्था का महापर्व छठ के बाद रखने की मांग की जा रही थी। उन चर्चाओं के बाद चुनाव आयोग ने बिहार विधान सभा की तारीख का एलान कर दिया। इसको लेकर अब मुख्य चुनाव आयुक्त ने भी इसकी वजह बताई है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि छठ पर्व 28 तारीख को है, और यह सही है कि सभी राजनीतिक दलों ने पर्व के तुरंत बाद मतदान कराने का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा कि हम लोग कल ही बिहार से लौटे हैं। चुनाव की घोषणा जल्द से जल्द की गई है, लेकिन इसमें न्यूनतम कानूनी अवधि का ध्यान रखना आवश्यक होता है। उन्होंने आगे कहा कि चुनाव प्रक्रिया में अधिसूचना जारी होने और नामांकन दाखिल करने जैसी अनिवार्य समय-सीमाएँ होती हैं। इन सभी न्यूनतम अवधियों को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने कहा कि शायद इससे पहले चुनाव कराना संभव नहीं था।







