सांसद खेल महोत्सव से स्थानीय व पारंपरिक खेलों को बढ़ावा मिलेगा। जबकि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य फिट इंडिया-स्पोर्ट्स इंडिया-स्ट्रॉन्ग इंडिया का संदेश गांंव-गांव तक पहुंचाना है। यह बातें सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बतौर मुख्य अतिथि सांसद खेल महोत्सव का शुभारंभ करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के आठ प्रमुख शहरों में जल्द ही 23 खेल अकादमियां खोली जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, हल्द्वानी में उत्तराखंड का प्रथम खेल विश्वविद्यालय और लोहाघाट में एक महिला स्पोर्ट्स कॉलेज स्थापित करने की दिशा में भी तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। प्रदेश में खेलों के समग्र विकास और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से नई खेल नीति भी लागू की गई है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न सरकारी नौकरी प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री खेल विकास निधि, मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी योजना और खेल किट योजना जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य के उभरते हुए युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके अलावा उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार और हिमालय खेल रत्न पुरस्कार प्रदान कर खिलाड़ियों की योग्यता को भी सम्मानित किया जा रहा है। राजकीय सेवाओं में खिलाड़ियों के लिए चार प्रतिशत खेल कोटे को पुनः लागू किया गया है, जिससे हमारे खिलाड़ियों के परिश्रम और कौशल को उचित अवसर और सम्मान मिल सके।









