आसमान में ऊंचाई पर हल्के बादल छाए होने से रात के तापमान में गिरावट आई है और सुबह धुंध छाई हुई है। मौसम विभाग ने नवंबर के दूसरे सप्ताह से ठंड पड़ने की संभावना जताई हैं धुंध लेकर आई सुबह, नवंबर के दूसरे सप्ताह से हो सकता ठंड का आगाज
धुंध लेकर आई सुबह, नवंबर के दूसरे सप्ताह से हो सकता ठंड का आगाज पश्चिमी विक्षोभ के कारण आकाश में काफी ऊंचाई पर हल्के बादलों की आवाजाही के कारण रात के तापमान में मामूली रूप से बढ़ोत्तरी हो रही है और दिन के तापमान में कमी आ रही है। अगले सात से आठ दिन तक इसी तरह का मौसम रहने की संभावना है। हवा में नमी की मात्रा बढ़ने के साथ ही धुंध में भी इजाफा हो रहा है। मौसम विभाग ने नवंबर के दूसरे सप्ताह से धुंध और बढ़ने की संभावना जताई है
मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि आने वाले दिनों में धूप खिलती रहेगी, लेकिन सूरज की तपिश में कमी आ सकती है। इसके कारण तापमान में मामूली उतार चढ़ाव हो सकता है। उन्होंने बताया कि हिमालय पर आ रहा नया पश्चिमी विक्षोभ भी गंगा के मैदानी क्षेत्र में प्रभाव डाल सकता है। इससे बादलों की आवाजाही बढ़ सकती है। रविवार को न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री और अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कैसे बढ़ती है धुंध
सर्दी के मौसम में जब आर्द्र (नम) हवा ऊपर उठकर ठंडी होती है, तो जलवाष्प संघनित होकर जल की सूक्ष्म बूंदें बनाती हैं। इसी को कोहरा कहा जाता है। जब इन सूक्ष्म बूंदों में धुआं व धूल के सूक्ष्म कण शामिल हो जाते हैं तो धुंध बनती है। इन दिनों हिमालय पर आए पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रति चक्रवात विकसित हुआ है, जिसके कारण अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवा में बढ़ोत्तरी होती है और साथ ही धुंध में भी इजाफा हो रहा है।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसएवि) के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ हिमालय के पूर्वी क्षेत्र के पास है, जिसका प्रभाव गंगा के मैदानी क्षेत्र में पड़ रहा है।
हवा में अधिकतम आर्द्रता 90 प्रतिशत से ज्यादा हो रही है। यही हवा वायुमंडल में ऊपर उठकर रात से सुबह तक धुंध बनकर छा रही है। मौसम विज्ञानी ने बताया कि चूंकि शहर में प्रदूषण की मात्रा भी ज्यादा है, ऐसे में धुंध की चादर भी बढ़ रही है।
सोमवार रात से एक और पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करेगा। इससे नम हवा तेजी से गंगा के मैदानी क्षेत्र में आएगी और इसके बाद सुबह व शाम धुंध और बढ़ने के आसार हैं। जहां प्रदूषण की मात्रा कम होगी, वहां कोहरा पड़ने की भी संभावना है। ऐसे में दृश्यता में कमी आ सकती है और लोगों को दूर की चीजें धुंधली दिखाई दे सकती हैं।
ओस में भी हो रहा इजाफा
मौसम विभाग के मुताबिक दीपावली के बाद से रात में ओस की मात्रा में भी इजाफा हुआ है। चूंकि दिन के समय पृथ्वी गर्म होती है और रात में तापमान करीब आधा होता है। इसके कारण जमीन का तापमान भी रात में काफी कम हो जाता है और इसके संपर्क में आने वाली हवा में मौजूद जलवाष्प संघनित होकर सूक्ष्म बूंदों के रूप में जमा हो रही है
धुंध लेकर आई सुबह, नवंबर के दूसरे सप्ताह से हो सकता ठंड का आगाज
