पर्यटन नगरी नैनीताल में ठहरने से ज्यादा वहां प्रवेश करने में जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी क्योंकि सरकार बाहर से आने वाले वाहनों पर ग्रीन टैक्स लगाने जा रही है। बताया जा रहा है कि दोपहिया वाहनों को इसमें छूट रहेगी और चारपहिया वाहनों को 80 रुपये चुकाना होगा। टोल, पार्किंग और ग्रीन टैक्स मिलाकर 880 रुपये देने होंगे।
राज्य सरकार की ओर से ग्रीन टैक्स को लेकर जो भी गाइडलाइन आएगी, उसका पालन किया जाएगा। अलग-अलग वाहनों पर अलग-अलग ग्रीन टैक्स की दरें तय की गई हैं। नैनीताल में छोटे वाहन ही प्रवेश करते हैं। कार के प्रवेश पर फिलहाल 80 रुपये शुल्क तय किया है। – रोहिताश शर्मा, ईओ नगर पालिका, नैनीताल
पर्यटन कारोबारियों का कहना-
पहले से ही टोल टैक्स और पार्किंग शुल्क की वजह से पर्यटक महंगाई महसूस कर रहे हैं। ऐसे में नया टैक्स उनकी जेब पर अतिरिक्त भार डालेगा और पर्यटन कारोबार पर नकारात्मक असर डाल सकता है। ऑफ सीजन में आठ सौ व उससे कम शुल्क में भी कमरे दिए जाते हैं। वाहनों के प्रवेश का शुल्क कमरे के किराये से अधिक हो जाएगा। -राजकुमार गुप्ता, पर्यटन कारोबारी
एक ओर सरकार एक राष्ट्र-एक टैक्स की बात कर रही है, दूसरी ओर पर्यावरण संरक्षण के नाम पर ग्रीन टैक्स लागू करने जा रही है। नैनीताल में पूर्व में ही वाहनों के प्रवेश व पार्किंग के लिए काफी अधिक शुल्क लिया जा रहा है, ऐसे में अतिरिक्त शुल्क पर्यटन कारोबार को प्रभावित करेगा। -त्रिभुवन फर्त्याल, अध्यक्ष, पंगोट होटल एंड कैंप एसोसिएशन









