विपक्षी गठबंधन की महारैली- महारैली में केजरीवाल-हेमंत का रहा इंतजार मंच पर इनके लिए खाली छोड़ीं गई कुर्सियां, सुनीता और कल्पना ने कही ये बात
झारखंड की राजधानी रांची में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ने महारैली का आयोजन किया। इस रैली को ‘उलगुलान न्याय महारैली’ का नाम दिया गया है। इस दौरान मंच में बड़े-बड़े दिग्गज नेता मौजूद रहे। इसके साथ ही मंच पर दो खाली कुर्सियां रखी गईं। एक जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए और दूसरी झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लिए। उनकी जगह नीता केजरीवाल और कल्पना सोरेन ने मंच साझा किया।
सुनीता केजरीवाल ने कही यह बात
रैली को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को सत्ता की कोई इच्छा नहीं है। वह सिर्फ देश की सेवा करना चाहते हैं। वह देश को नंबर 1 बनाना चाहते हैं। कई लोग कहते हैं कि ये मुश्किल है। ‘जेल के ताले टूटेंगे, अरविंद केजरीवाल, हेमंत सोरेन छूटेंगे…।’
उन्होंने कहा कि राजनीति बहुत गंदी चीज है, उनके खाने में कैमरा लगाया जा रहा है। वे शुगर के मरीज हैं। वे पिछले 12 वर्षों से प्रतिदिन 50 यूनिट इंसुलिन ले रहे हैं, लेकिन उन्हें जेल में इंसुलिन नहीं दी जा रही है। वे दिल्ली के सीएम को मारना चाहते हैं। वे बहुत बहादुर हैं। वह शेर हैं। उन्हें जेल में भी ‘भारत माता’ की चिंता है।
कल्पना सोरेन ने पढ़ा हेमंत का संदेश
रैली में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने उनका संदेश पढ़ा। उन्होंने कहा कि भाजपा विपक्ष शासित राज्यों में सरकारें गिराने का काम कर रही है, हम लोकतंत्र को विफल नहीं होने देंगे। हेमंत सोरेन ने जेल से अपने संदेश को पढ़ते हुए कल्पना ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मेरे पति हेमंत सोरेन को चुनाव से ठीक पहले उन ताकतों ने जेल में डाल दिया, जो उनकी सरकारों के खिलाफ साजिश रच रहे थे। विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है, लेकिन भाजपा और ऐसी ताकतों को झारखंड से बाहर कर दिया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि अगर पार्टी मौजूदा चुनाव जीतती है तो यह आदिवासियों के लिए एक ‘बड़ा खतरा’ होगा।
भारी संख्या में लोग रैली में पहुंचे
रैली के दौरान भीड़ ने ‘जेल का ताले टूटेंगे, हेमंत सोरेन छूटेंगे’ और ‘झारखंड झुकेगा नहीं’ जैसे नारे लगाए। झारखंड की राजधानी का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास होने के बावजूद भारी संख्या में लोग रैली में शामिल हुए। चिलचिलाती गर्मी के बीच सभी रैली के समर्थन जुटे रहे। ‘उलगुलान’ शब्द, जिसका अर्थ क्रांति है। इसे आदिवासियों के अधिकारों के लिए अंग्रेजों के खिलाफ बिरसा मुंडा की लड़ाई के दौरान गढ़ा गया था।
इन दिग्गजों की रही मौजूदगी
कल्पना और सुनीता के अलावा जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, पंजाब के सीएम भगवंत मान और अन्य ने रैली में शक्ति प्रदर्शन किया। प्रभात तारा मैदान में हो रही रैली में कुल 28 राजनीतिक दल हिस्सा ले रहे हैं।
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