लालकुआं – भ्रष्टाचारियों ने नही छोड़ा शहीद द्वार को” 1 साल के भीतर ही पहली बरसात में टूटकर गिरा

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लालकुआं – भ्रष्टाचारियों ने नही छोड़ा शहीद द्वार को” 1 साल के भीतर ही पहली बरसात में टूटकर गिरा

लालकुआं शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले”वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशा होगा” ऐ शायरी आज से बर्षो पहले वतन पर मरमिटने वाले शहीदों के लिए लिखी गई थी जिसको सुनकर हर देशवासी के आंखों से आंसू बहाने लगते हैं। लेकिन आज के समय में शहीदों पर बहाने वाले आंसू सिर्फ शमशान तक सिमित रहे गये है,शमशानों में नेताओं की शहीदों के लिए बड़ी बड़ी घोषणाएं फिर अधिकारियों का उन घोषणाओं में भ्रष्टाचार का खेल शुरू होना।
ऐसा ही ताजा मामला लालकुआं नगर के गांधीनगर वार्ड नम्बर दो का है जहां शहीद नायब सूबेदार धर्मेंद्र गंगवार के नाम से बना शहीद द्वार भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। लाखों रुपए खर्च कर बनाएं गए शहीद द्वार एक साल के भीतर ही क्षतिग्रस्त हो गया,द्वार में लगी नाम की शिलापट पर अंकित शहीद नायब सूबेदार धर्मेन्द्र गंगवार का नाम एक ही बरसात में टूटकर गिर गया। जिसको लेकर लोगों में भारी आक्रोश है वही लोगों ने शहीद नायब सूबेदार धर्मेन्द्र गंगवार के नाम से बने द्वार में जनप्रतिनिधियों और भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से हुए निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार एवं उसमें उपयोग सामग्री की गुणवत्ता की जांच की मांग की है।
बताते चले कि विगत 27 अगस्त 2022 को लेह में ड्यूटी के दौरान हृदय गति रुकने से लालकुआं नगर के गांधीनगर वार्ड दो निवासी नायब सूबेदार धर्मेंद्र गंगवार का निधन हो गया था‌।जिनका अन्तिम संस्कार लालकुआं स्थित मुक्तिधाम में किया गया। शहीद नायब सूबेदार धर्मेंद्र गंगवार के निधन के कुछ दिनों बाद निवर्तमान चैयरमेन लालचंद्र सिंह ने शहीद नायब सूबेदार धर्मेंद्र गंगवार के नाम से उनके घर को जाने वाले मार्ग पर एक शहीद द्वार बनाने की घोषणा की जिसकी बोर्ड बैठक भी हुई और पैसा भी पास हुआ। कहते हैं कि सरकार करोड़ों रूपए नगर में विकास कार्यों के लिए नगर पंचायत को देती है।ताकि नगर में चौमुखी विकास कार्य हो सकें। इधर उक्त सरकारी पैसों का नगर में विकास के नाम जमकर दूरूपयोग किया जा रहा है छोटे बड़े कार्यो में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है नगर के कुछ कथाकथित जनप्रतिनिधियों व नगर पंचायत के भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से विकास कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है।
इधर भ्रष्टाचारियों ने शहीद के द्वार को भी नही छोड़ा। मामला लालकुआं नगर के गांधीनगर वार्ड नम्बर दो का है जहां शहीद नायब सूबेदार धर्मेंद्र गंगवार के नाम से बना शहीद द्वार भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। लाखों रुपए खर्च कर बनाएं गए शहीद द्वार एक साल के भीतर ही क्षतिग्रस्त हो गया,द्वार में लगी नाम की शिलापट पर अंकित शहीद नायब सूबेदार धर्मेन्द्र गंगवार का नाम एक ही बरसात में टूटकर गिर गया। जिसको लेकर लोगों में भारी आक्रोश है वही लोगों ने शहीद नायब सूबेदार धर्मेन्द्र गंगवार के नाम से बने द्वार में जनप्रतिनिधियों और भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से किए निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार एवं उसमें उपयोग सामग्री की गुणवत्ता की जांच की मांग की है।
इधर नगर के समाजसेवी मुकेश कुमार ने कहा कि जिस तरह से लाखों रुपए खर्च कर में शहीद नायब सूबेदार धर्मेन्द्र गंगवार के नाम से आनन फानन में शहीद द्वार बनाया गया था इसे लगता है कि उक्त कार्य में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने कहा कि शहीद द्वार को बने हुए अभी एक बर्ष भी ठीक से नही हुआ और उसे पहले ही द्वार कि शिलापट पर अकिंत शहीद नायब सूबेदार धर्मेन्द्र गंगवार का नाम टूटकर गिर गया। जो दुर्भाग्यपूर्ण है उन्होंने कहा कि शहीदों का अपमान किसी भी किमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले की उनके द्वारा सीएम पोर्टल में शिकायत दर्ज कर दी गई है। उन्होंने कहा कि इस भ्रष्टाचार में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर जल्द ही आन्दोलन किया जाएगा।

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