लालकुआं- बागजाला में वन भूमि पर चल रहे खरीद फरोख्त के मामले में नया खुलासा
संवाददाता – सुनील कुमार
लालकुआं विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बागजाला में वन भूमि पर चल रहे खरीद फरोख्त के मामले में नया खुलासा समाने आया है यहा शिकायर्ता ही वनभूमि की बिक्री का सबसे बड़ा सौदागार बताया जा रहा है जोकि पिछले लम्बे समय से लोगों को वनभूमि ओनेपोने दामों में बेचता आ रहा है मामले का खुलासा एक स्थानीय समाजसेवी ने उसके द्वारा बेची गई जमीन के स्टांपों से किया वही जिस तरह से दस रूपये के स्टांपों पर वन भूमि बेची और खरीदी जा रही है उसे पता चलता है कि वन विभाग भी इस काले कारनामें कहीं ना कहीं शामिल है।
बताते चले कि लालकुआं विधानसभी क्षेत्र अंर्तगत बागजाला मेंं तराई पूर्वी वन प्रभाग हल्दूवानी की गौला रेंज में इन दिनों भूमाफियाओं द्वारा आरक्षित वन भूमि पर जमकर खरीद फरोख्त की जा रही है वही भूमाफियाओं द्वारा पट्टों की आड़ में सरकारी आरक्षित वन भूमि पर प्लोटिंग कर लोगो को मोटी रकम में बेची जा रही है इसका खुलासा एक स्थानीय समाजसेवी श्याम लाल ने किया है जिन्हों बागजाला में वनभूमि के सबसे बड़े सौदागार रुपराम का नाम उजागार किया है इधर रूपराम द्वारा बेची की गई वनभूमि की बिक्री के सरकारी स्टापों को समाजसेवी श्याम लाल ने मीडिया के सामने पेश कर इस खेल का सबसे बड़ा खुलासा किया है वही समाजसेवी श्याम लाल ने सूबे कि धामी सरकार एंव स्थानीय प्रशासन से जमीन की खरीद फरोख्त करने वाले सौदागार रूपराम के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग की है।फिलहाल वन भूमि पर खरीद फरोख्त का खेल जारी है लेकिन वन विभाग है इस और कार्यवाही के नाम पर मूकदर्शक बना है जिसके चलते भूमाफिया वन भूमि को ओनेपोने दामों में बेचते आ रहे है।
इधर तराई पूर्वी गौलारेंज के वन क्षेत्राधिकारी चन्दन सिंह अधिकारी ने कहा कि उन्हें कुछ लोगों द्वारा रेंज में वनभूमि की बिक्री की शिकायत मिली है जिसपर उनके द्वारा क्षेत्र में नोटिस चस्पा किये गये उन्होने कहा कि वनभूमि पर हुई खरीद फरोख्त की जांच की जा रही है अगर कोई व्यक्ति वनभूमि बेचता पाया जाता है तो उसके खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी।