राम की नगरी अयोध्या में रामनवमी के मुख्य पर्व पर ब्रह्म मुहूर्त से ही लाखों की तादात में श्रद्धालुओं ने पवित्र सरयू में आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान सुरक्षा के भी कड़े इंतेज़ाम किया गए।ब्रह्म मुहूर्त से ही श्रद्धालुओं का रेला सरयू तट की ओर पहुंच गया सरयू के सभी घाटों पर स्नान करने के लिए उमड़ी भीड़ के अलावा कुछ और नजर नहीं आ रहा था। लाखों लाख की तादात में श्रद्धालुओं ने पवित्र सलिला सरयू में आस्था की डुबकी लगाने के बाद नागेश्वरनाथ हनुमानगढ़ी कनक भवन श्री राम जन्मभूमि में विराजमान रामलला के दर्शन पूजन किए।
V/0-वही इस चैत्र रामनवमी मेला के मद्देनजर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का रेला अयोध्या पहुंचा था।श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए एटीएस पैरामिलिट्री फोर्स एनएसजी कमांडो पीएसी सिविल पुलिस बीडीएस टीम के अलावा सादे वर्दी में भी सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई थी।बताते चलें कि 2 वर्ष के कोरोना काल के बाद यह पहला मौका है जब राम नगरी अयोध्या में रामनवमी मेला संपन्न हो रहा था। माना जा रहा है कि 2 साल के अंतराल के बाद श्रद्धालुओं का रेला अयोध्या पहुंचा और प्रमुख मंदिरों में दर्शन पूजन करने के बाद अपराहन 12:00 बजे रामलला के प्रकट उत्सव मैं शामिल होंगे।
V/0- दरसअल पूरे मेला क्षेत्र को 6 ज़ोन 26 सेक्टर 67 सब सेक्टर में बांटा गया था। जोन की जिम्मेदारी एडिशनल एसपी व अपर जिला अधिकारी रैंक के अधिकारियों को सौंपी गई थी। जबकि सेक्टर और सब सेक्टर की जिम्मेदारी सर्किल ऑफिसर सहित मजिस्ट्रेट को सौंपी गई थी।श्रद्धालुओं की बढ़ती हुई आमद को देखते हुए मेला प्रशासन ने अयोध्या के नया घाट से लेकर श्रीराम अस्पताल तक सभी छोटे-बड़े वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था। शनिवार को दोपहर बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे थे।जिलाधिकारी नीतीश कुमार एसएसपी शैलेश पांडे मुख्य स्नान पर्व के दौरान मेला क्षेत्र में भ्रमण शील रहे, और मातहतों को आवश्यक दिशा निर्देश देते रहे। कुल मिलाकर रामनवमी पर्व के मद्देनजर सरयू स्नान व प्रमुख मंदिरों के दर्शन पूजन करने के बाद श्रद्धालु कनक भवन काले राम मंदिर जानकी महल सहित अन्य प्रमुख मंदिरों में रामलला के जन्म उत्सव के दौरान मौजूद रहे।