
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने बृहस्पतिवार दोपहर जल निगम कार्यालय में छापा मारा। इस दौरान चार कर्मचारी बिना सूचना अनुपस्थित मिले। साथ ही कार्यालय में बायोमेट्रिक मशीन नहीं मिली। इस पर कमिश्नर रावत ने चीफ इंजीनियर को चारों कर्मचारी से स्पष्टीकरण मांगने और बायोमेट्रिक मशीन लगाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री सचिव और कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत बृहस्पतिवार को नैनीताल रोड के चौड़ीकरण का निरीक्षण करने के दौरान ही जल निगम कार्यालय पहुंच गए। कार्यालय पहुंचते ही उन्होंने पूछा कि बायोमेट्रिक मशीन कहां है। अधिकारियों ने बताया कि बायोमेट्रिक मशीन नहीं है। मैनुअल ही उपस्थिति लगाई जाती है। इसके बाद कमिश्नर रावत ने उपस्थिति रजिस्टर चेक किया। इसमें चार कर्मचारी अनुपस्थिति मिले। जब चीफ इंजीनियर से पूछा कि ये कर्मचारी छुट्टी लेकर गए हैं तो उन्होंने मना कर दिया। इस पर कमिश्नर ने चारों कर्मचारियों का स्पष्टीकरण लेने को कहा है।
शहर के सौंदर्यीकरण को देखने उतरे कमिश्नर
कमिश्नर दीपक रावत ने सड़क चौडीकरण के साथ ही उद्यान एवं कृषि विभाग की ओर से शहर के सौंदर्यीकरण के लिए लगाए जा रहे बेलदार पौधों का निरीक्षण किया। नैनीताल रोड के किनारे स्थित भवन स्वामियों से अपील की कि वह सौंदर्यीकरण में सहयोग प्रदान करें। कहा कि वे सहमति देते हैं तो प्रशासन उनके वहां भी बेलदार पौधे लगाएगा। कमिश्नर रावत ने सड़क पर अतिक्रमण पर नाराजगी जताई। कहा कि नगर निगम, पुलिस, तहसील एवं राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारी नियमित चेकिंग करें और सड़क पर लगने वाले फड़-ठेलों को हटाए। साथ ही फुटपाथ पर सामान रखने वाले व्यापारियों पर भी कार्रवाई करें।
शौचालय बंद होने पर जताई नाराजगी
पेयजल निगम के कार्यालय के निकट नगर निगम के शौचालय बंद होने पर कमिश्नर ने नाराजगी व्यक्त की। निगम को किसी एनजीओ से संचालित करवाने के निर्देश दिए। स्थलीय निरीक्षण के दौरान मुख्य नगर आयुक्त विशाल मिश्रा, सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेयी, उपजिलाधिकारी पारितोष वर्मा, सचिव प्राधिकरण विजय नाथ शुक्ल, अधिशासी अभियंता लोनिवि अशोक चौधरी, उद्यान प्रभारी अजुर्न सिंह परवाल आदि विभागो के अधिकारी उपस्थित थे।