ब्रेकिंग न्यूज :

हल्द्वानी: ये शौक बड़ा जबरदस्त है:- अपनी गाड़ी के लिए खरीदा महंगा नंबर, लाखों में लगी ‘0002’ की बोली; ये  इस तरह के ‘2000’ नंबर रहे टॉप 5 में |

Spread the love

रिवहन विभाग ने यूके 04 एपी सीरीज के लिए वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर की नीलामी का पहला चरण रविवार को पूरा कर लिया। तीन दिन तक चली प्रक्रिया में रविवार तक 23 रजिस्ट्रेशन नंबरों की नीलामी हुई। इस दौरान आठ लाख 61 हजार की सबसे मंहगी बोली 0002 नंबर के लिए लगी।

 

दूसरी मंहगी बोली 9999 नंबर के लिए दो लाख 30 हजार पर खत्म हुई। वहीं 0001 और 0005 नंबर के आवंटन में तकनीकी समस्या आई। इस कारण इन दोनों नंबरों की बोली होल्ड कर दी गई। विभाग ने शुक्रवार को नई सीरीज के लिए ऑनलाइन नीलामी शुरू की थी। इसमें वीआईपी नंबर लेने वालों ने खूब उत्साह से भाग लिया।

 

सबकी निगाहें 0001 नंबर पर थीं, मगर वह होल्ड होने के कारण 0002 नंबर ने फिलहाल सबसे बड़ी नीलामी का खिताब जीत लिया। रविवार को 23 रजिस्ट्रेशन नंबरों की नीलामी हुई, इसी में 0002 नंबर ने सर्वोच्च स्थान बनाया। इसके नंबर के लिए नीलामी 25 हजार रुपये से शुरू हुई थी। सबसे कम बोली वीआईपी नंबरों में से 9000 नंबर और 0777 नंबर पर 10,000 रुपये की रही। सीरीज का अगला चरण 15 नवंबर को शुरू होगा।

नीलामी में ये नंबर रहे टॉप 5 में शामिल-

  • यूके 04 एपी 0002 8,61,000 रुपये
  • यूके 04 एपी 9999 2,30,000 रुपये
  • यूके 04 एपी 0006 1,22,000 रुपये
  • यूके 04 एपी 0005 1,00,000 रुपये
  • यूके 04 एपी 7777 75,000 रुपये

रिकॉर्ड बना सकता था 0001 नंबर
नीलामी के दौरान 0001 और 0005 की नीलामी रुक गई। नीलामी का समय खत्म होने से छह मिनट पहले ही आवेदकों की लैपटॉप की स्क्रीन पर लिखकर आने लगा- ‘अब बोली नहीं बढ़ाई जा सकती’। तब तक 0001 की बोली 4,86,000 रुपये और 0005 नंबर की बोली एक लाख रुपये तक पहुंची थी। लोगों ने परिवहन विभाग से शिकायत की। इसके बाद दोनों नंबर होल्ड किया जाना बता दिया गया। अनुमान लगाया जा रहा था कि 0001 नंबर की बोली 10 लाख रुपये तक जा सकती थी।

नीलामी के दौरान दो रजिस्ट्रेशन नंबरों के आवंटन में समस्या आ गई। इन नंबरों की नीलामी होल्ड कर दी गई है। एनआईसी दिल्ली को इसकी जानकारी दी गई है। अगर किसी आवेदक के पास इन नंबरों के सफल बोलीदाता के रूप में दिख रहा है तो वह ऑनलाइन शेष रुपये जमा न करें, अभी ये नंबर किसी को नहीं दिया जाएगा।
– संदीप सैनी, आरटीओ, प्रशासन।

और पढ़े  उत्तराखंड / उत्तरकाशी: प्रसव पीड़ा होने पर गर्भवती को इलाज के लिए हेली एंबुलेंस से एम्स ऋषिकेश किया रेफर
error: Content is protected !!