गुरु पूर्णिमा के मौके पर लाखों की संख्या में अयोध्या पहुंचे श्रद्धालुओं ने सरयू में स्नान के बाद राम जन्मभूमि हनुमानगढ़ी सहित प्रमुख मंदिरों में पूजन अर्चन किया इसके बाद सभी भक्त अपने गुरुओं की आराधना की। गुरु पूर्णिमा हिंदू धर्म की प्राचीन परंपरा है जिस का निर्वाह आज भी लोग अपने गुरुओं के दर्शन पूजन और सेवा कर करते हैं। वही सुरक्षा व्यापक इंतजाम किया गए हैं।सरयू घाट पुरोहित रामाधार पांडे ने कहा कि 2 साल करोना काल में कोई भी भीड़ भाड़ नहीं थी एक बार रामलला की कृपा से सब सही है और अब राम नगरी में श्रद्धालुओं का जमावड़ा है जबसे रामलला के भूमि पूजन हुआ श्रद्धालुओं की अपार भीड़ पहुंच रही है गुरु पूर्णिमा के मौके पर 3:00 बजे सुबह से ही स्नान शुरू हुआ है श्रद्धालु स्नान करने के बाद गोदान कर रहे हैं।और नागेश्वरनाथ हनुमानगढ़ी राम जन्म भूमि दर्शन पूजन कर रहे है। अयोध्या सीओ डॉ राजेश तिवारी ने सरयू स्नान में लोगो की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अयोध्या क्षेत्र में भ्रमण कर व्यवस्था का निरीक्षण किया गया एवं ड्यूटी पर लगे पुलिस बल को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।आपको बताते चलें कि दो वर्ष से रहे कोरोना काल के भक्त अपने गुरुओं से दूर रहे। लेकिन इस बार कोई भी भक्त इस अवसर को छोड़ना नही चाहता है। यही कारण है कि इस वर्ष गुरु पूर्णिमा उत्सव अयोध्या में बड़े ही धूम धाम से मनाया जा रहा है। लाखों की संख्या में अयोध्या पहुंचे भक्तों ने अपने गुरु का वंदन कर रहे हैं।अयोध्या के प्रमुख पीठ हनुमानगढ़ी, सद गुरु बधाई भव अयोध्या: मणिराम दास छावनी, राम बल्लभा कुंज, शियाबल्लभ कुंज, रंग महल, दशरथ महल सहित सैकड़ों मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ है। आज के दिन अपने गुरु की आरती के बाद उन्हें फल, मीठा से भोग लगा रहे ह
महंत श्री राजीव लोचन सरण जी
महराज सतेंद्र दास रामलला के मुख्य पुजारी