दिल्ली: भारतपे के पूर्व प्रबंध निदेशक अशनीर ग्रोवर के रिश्तेदार दीपक गुप्ता को पुलिस ने किया गिरफ्तार, फिनटेक कंपनी से किया विश्वासघात
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने भारतपे के पूर्व प्रबंध निदेशक और सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर के परिवार के सदस्य दीपक गुप्ता को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी फिनटेक कंपनी से धन के दुरुपयोग के आरोपों के सिलसिले में की गई है। ईओडब्ल्यू की जांच में पता चला है कि गुप्ता ने कंपनी के संसाधनों का कथित तौर पर व्यक्तिगत लाभ के लिए दुरुपयोग किया। यह मामला भारतपे के वित्तीय प्रबंधन को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच सामने आया है, जहां कंपनी की संचालन विधियों को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
दीपक गुप्ता को आज साकेत कोर्ट के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) के समक्ष पेश किया जाएगा, जहां ईओडब्ल्यू आगे की पूछताछ के लिए रिमांड की मांग करेगी। यह गिरफ्तारी भारतपे के लिए एक और कानूनी चुनौती पेश करती है, जो पहले से ही विभिन्न विवादों का सामना कर रही है। फिनटेक क्षेत्र में बढ़ते नियामक दबाव के बीच, यह मामला स्टार्टअप्स के लिए पारदर्शिता और जवाबदेही बनाए रखने के महत्व को रेखांकित करता है। ईओडब्ल्यू इस मामले में और भी लोगों की भूमिका का पता लगाने के लिए जांच जारी रखने की उम्मीद कर रही है।
भारतपे, जो कभी डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में एक उज्ज्वल सितारा माना जाता था, अब इन गंभीर आरोपों के बीच एक मोड़ पर खड़ा है। कंपनी ने गुप्ता की गिरफ्तारी पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उद्योग के जानकार इस बात पर नजर रखे हुए हैं कि यह उसकी प्रतिष्ठा और संचालन को कैसे प्रभावित करेगा। जैसे-जैसे स्थिति विकसित हो रही है, यह मामला फिनटेक उद्योग में आर्थिक अपराधों को रोकने के लिए कानून प्रवर्तन की बढ़ती सतर्कता को उजागर करता है।