अयोध्या-
रामनगरी में सड़क चौड़ीकरण के चलते दुकानें टूट रही हैं। वहीं दूसरी ओर किराएदार व मकान मालिक के बीच विवाद भी बढ़ता जा रहा है। इसी तरह के एक मामले में प्रताप धर्म सेतु वक्फ राजसदन के मुख्तार कैलाशनाथ मिश्र ने 15 नामजद व्यापारी किराएदारों व अज्ञात के खिलाफ बिना अनुमति निर्माण करने व विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। उक्त संस्था के अध्यक्ष अयोध्या राजा विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र हैं।
मुख्तार कैलाश द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया है कि प्रताप धर्म सेतु वक्फ राजसदन की कई दुकानें बाबू बाजार, राज मंदिर, राधा बृजराज मंदिर में स्थित हैं। इनमें कुछ लोग किराए पर रहते हैं। बताया कि सड़क चौड़ीकरण का कार्य शुरू होने से पहले तहसीलदार सदर के हस्तक्षेप पर सभी दुकानदारों व मकान मालिक के बीच एक समझौता हुआ था कि मकान मालिक के इकरारनामे के बाद ही वहां नए निर्माण होंगे।
जनकनंदन मिश्र, बृजनंदन मिश्रा, रवि कुमार, रम्मू व कई अन्य किराएदार पिलर डालकर नई छत लगाना चाह रहे हैं।
बताया कि प्रशासन की योजना के तहत सभी दुकानों का निर्माण एक समान रूप से होना है, साथ ही विकास प्राधिकरण से नक्शा पास कराए बिना नया निर्माण नहीं कराया जा सकता। इसके बावजूद भी उक्त किराएदार गुपचुप तरीके से निर्माण करा रहे हैं। रोकने पर सभी मारपीट पर उतारू हो रहे हैं और जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं।
उपरोक्त व्यापारियों का कहना है कि वह वर्षों से किराएदार हैं। सड़क चौड़ीकरण में मानक के अनुसार जगह जाने पर जो जगह बच रही है, उसे वह सुरक्षित कर भविष्य में व्यापार कर रोजीरोटी चलाना चाहते हैं। लेकिन मकान मालिक पूरी दुकान गिराना चाहते हैं अयोध्या कोतवाल मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि मुख्तार कैलाश नाथ मिश्र की तहरीर पर उक्त सभी 15 नामजद व अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
इसके बावजूद भी कुछ किराएदार बाहर से दरवाजा बंदकर अंदर नया निर्माण करवा रहे हैं। किराएदार जुगनु, रमेश, रामगोपाल, रंजीत, रन्नो, जयशंकर शुक्ला, रामजीशरण, सुमन सोनी, अतीक अहमद, रामजी, राजनंदन मिश्र,