हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक शनिवार को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में राज्य सचिवालय में आयोजित की गई। बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं। सैकड़ों पदों को भरने की मंजूरी दी है। साथ ही हजारों कर्मियों का मानदेय बढ़ाया है। मंत्रिमंडल ने पंचायतों के पुनर्गठन को मंजूरी दे दी है। नियमों के तहत ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग प्रक्रिया शुरू करेगा। हिमाचल में प्राकृतिक आपदा के चलते पंचायतों के पुनर्गठन का काम पूरा नहीं हो पाया था।
यदि प्रक्रिया समय पर पूरी नहीं हुई तो पंचायत चुनाव टाले भी जा सकते हैं। कई राज्यों में पहले भी ऐसा हो चुका है। हालांकि, पिछले दिनों मुख्यमंत्री और पंचायतीराज मंत्री ने कहा था कि प्रदेश में चुनाव निर्धारित समय पर ही होंगे। मंत्रिमंडल ने बड़ा फैसला लेते हुए मेयर और डिप्टी मेयर के कार्यकाल को ढाई से पांच साल करने का फैसला लिया है। पार्षदों की खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने की दृष्टि से भी यह फैसला लिया गया है। बता दें, 15 नवंबर को शिमला महापौर और उप महापौर का ढाई साल का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है। कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चाैहान ने फैसलों की जानकारी दी।









