ब्लॉक पर तैनात सफाई कर्मी अधिकारियों के आवास पर कर रहे दैनिक कार्य
सात वर्षों के कार्यकाल की हो जांच नहीं तो करेंगे विधिक कार्यवाही
अयोध्या
जनपद के वरिष्ठ भाजपा नेता अशोक सिंह ने विकास खंड मसौधा मे फैले भ्रष्टाचार की शिकायत लखनऊ में मुख्यमंत्री से मिलकर किया है। जिसे लेकर भाजपा नेता ने शुक्रवार को एक स्थानीय होटल मे पत्रकारों से बातचीत करते हुये बताया कि एक तरफ सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ प्रदेश को अपराध व भ्रष्टाचार मुक्त करने मे दिन रात प्रयास कर रहें है। तो वहीं उनके ड्रीम प्रोजेक्ट अयोध्या जनपद के विकासखंड मसौधा मे दिन दहाड़े भ्रष्टाचार हो रहा है। उन्होंने बताया कि ब्लाक कि ग्रामसभाओं मे तैनात पंचायती राज विभाग के सैकड़ों सफाई कर्मियों को गांव मे सफाई कार्य कराने के बजाय उन्हें जिले तैनात अधिकारियों के आवास पर पर निजी सेवा मे लगाया गया है। जबकि ऐसे कर्मियों का वेतन ब्लाक से निकला जा रहा है। उन्होंने बताया कि बीते 9 फ़रवरी को मैं जिलाधिकारी से मिलने उनके आवास पर गया जहाँ मुझे मसौधा ब्लाक के पांच सफाई कर्मी ने हमें देख कर प्रणाम किया जिस पर मैंनेने उनसे पूछा क्या तुम हमें जानते हो कहां हां तो किसी ने बताया कि मैने यहां खाना बनता हूं, तो किसी ने बताया कि मैं यहां माली का काम करता हूं। और किसी ने बताया कि मैं साहब के बच्चों कि देखभाल करता हूं। जिसके बाद मैंनें मुख्य विकास अधिकारी से भी मुलाकत किया वहां भी यही नजारा देखने को मिला ज़ब वहां से निकलने लगा तो अपने स्वभव के अनुसार उनको पैसे देने लगा तो उन्होंने पैसे नहीं लिए। दो सफाई कर्मी मिले तो उन्होंने बताया कि मैं आपके ब्लाक में सफाईकर्मी हूं मैने पूछा कि कितने लोग काम कर रहें हो तो जवाब दिया कि मैडम आज जल्दी ऑफिस चली आयी हैं इसलिए खाना बनाने और करने के लिए दो लोग घर पर है। अभी आधे घण्टे बाद वह भी काम ख़त्म करके आ जायेगे। उन्होंने बताया कि जनता के कार्यों के लिए मुझे इन अधिकारियों के यहां जाना पड़ता है। कमिश्नर के यहां चार आयुक्त मंडल के यहां चार, नगर आयुक्त के यहां चार, एसएसपी के यहां चार सफाई कर्मी है। जिन्हे मैंने अपनी आँखों से देखा है। डीपीआरओ डीडीओ और अन्य अधिकारियों के यहां सफाईकर्मी है जिनकी मुझे कोई जानकारी नहीं है। यह सभी कर्मी स्थाई है इनका 30 से 35 हजार रूपये मासिक वेतन बनता है। जो मुझे जानकारी है, कुल 93 सफाईकर्मी मसौधा ब्लाक के है। हमारे ब्लाक मे 67 ग्राम पंचायत, 75 राजस्व ग्राम है। इस हिसाब से यदि इनका 30 हजार रूपये औसतन मासिक वेतन से गणना कि जाय तो एक माह मे 50 लाख वेतन बनता है। उन्होंने सहायक विकास पंचायती राज अधिकारी से अनुरोध करते हुये इसकी सही जानकारी करके तथा पिछले सात वर्ष के कार्यकाल की 4 फरव 2023 तक की जांच करके कार्यवाही करें, अन्यथा आपके विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जायेगी।