अयोध्या में नाबालिग के साथ हुए दुष्कर्म कांड में आरोपी बनाए गए मोईद खान का डीएनए मैच न होने पर सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि भाजपा मुसलमान होने के कारण मोईद खान को बदनाम करना चाहती थी इसलिए इस मामले को उठाया गया। भाजपा सरकार मुस्लिम विरोधी है। दलित विरोधी है। संविधान और गरीब विरोधी है। हमारे नेता अखिलेश यादव को पहले भी शक था इसलिए उन्होंने डीएनए टेस्ट की मांग की थी। अब सच सामने आ गया है।
बता दें कि दुष्कर्म कांड को लेकर कराई गई डीएनए जांच में सपा नेता मोईद खान के नौकर राजू के साथ पीड़िता की डीएनए रिपोर्ट मैच हो गई है। हालांकि सपा नेता के साथ पीड़िता का डीएनए मैच नहीं हुआ, लेकिन सामूहिक दुष्कर्म के मामले में किसी एक आरोपी के साथ रिपोर्ट मैच हो जाने से अपराध की पुष्टि होती है। मेडिकल साइंस से जुड़े विशेषज्ञों के अनुसार यदि एक आरोपी 70 वर्ष का है और दूसरा 25 वर्ष का तो युवा आरोपी से डीएनए मैच होने की संभावना अधिक होती है।
हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में न्यायमूर्ति पंकज भाटिया की अदालत में सोमवार को सामूहिक दुष्कर्म के मामले की सुनवाई हुई। आरोपी सपा नेता और उसके नौकर की डीएनए रिपोर्ट पेश की गई। अदालत ने पिछली सुनवाई के दौरान 21 सितंबर को फोरेंसिक लैब के निदेशक को एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया था। अपर महाधिवक्ता विनोद शाही ने बताया कि मुख्य आरोपी के नौकर से डीएनए रिपोर्ट मैच होने से अपराध की पुष्टि होती है। उन्होंने कहा कि पीड़िता ने आरोप लगाया था कि सपा नेता ने पीड़िता के साथ रेप किया और उसके नौकर ने घटना का वीडियो बनाया था। वीडियो को सार्वजनिक करने की धमकी देकर पीड़िता के साथ कई बार गैंगरेप किया गया।