कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व सोमवार से शुरू हो गया। स्नान-पूजन के लिए रामनगरी में भक्त उमड़ पड़े हैं। पूर्णिमा तिथि सोमवार अपराह्न 3:37 बजे से लग गई है जो आठ नवंबर को अपराह्न 3:33 बजे तक रहेगी।
कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर चंद्रग्रहण का साया होने के चलते इस बार दो दिनों तक यह पर्व मनाया जाएगा। उदया तिथि की मान्यता के चलते मंगलवार सुबह भी स्नान का सिलसिला चलेगा।
सरयू तट पर लाखों की भीड़ जुटने की संभावना है। रामनगरी में वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। अयोध्या में श्रीराम व बजरंगबली का जयघोष गूंज रहा है। चूंकि पूर्णिमा सोमवार अपराह्न से लग गई है ऐसे में दर्शन-पूजन व स्नान का दौर शुरू हो गया है।
बड़ी संख्या में भक्तों ने सोमवार को भी पावन सलिला सरयू में स्नान कर विभिन्न मठ-मंदिरों में दर्शन-पूजन किया। हालांकि उदयातिथि की मान्यता वाले बड़ी संख्या में भक्त मंगलवार अलसुबह से सरयू में स्नान के लिए उमड़ेंगे।
प्रशासन ने रामनगरी में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं। यातायात प्रतिबंध लागू कर दिया गया है। यह प्रतिबंध पूर्णिमा स्नान मेले की समाप्ति तक लागू रहेगा।
कार्तिक पूर्णिमा स्नान मेले की तैयारी को लेकर सोमवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने ब्रीफिंग कर मेले की व्यवस्था में लगे पुलिसकर्मियों को उनका दायित्व समझाया।
डीएम नितीश कुमार, एसएसपी प्रशांत वर्मा, एसपी सिटी मधुबन सिंह, एडीएम सिटी सलिल पटेल, सीओ अयोध्या डॉ.राजेश तिवारी ने सोमवार की शाम मेला क्षेत्र का पैदल भ्रमण कर व्यवस्थाएं भी देखीं।
अयोध्या। कार्तिक पूर्णिमा पर इस बार चंद्रग्रहण का साया होगा। मंगलवार को चंद्रग्रहण के चलते सुबह 8:10 बजे से सूतक लगने के कारण रामनगरी के सभी मठ-मंदिरों के कपाट बंद हो जाएंगे।
रामनगरी में कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर लाखों की भीड़ जुटी रहेगी। इसलिए भक्तों की सुविधा के लिए प्रशासन की अपील व निवेदन पर मठ-मंदिरों के व्यवस्थापकों ने समय से पहले मंदिर खोलने का निर्णय लिया है।
आठ नवंबर को चंद्रग्रहण की शुरुआत/स्पर्श शाम 5:10 बजे से होगा व मोक्ष शाम 6:19 बजे होगा। ज्योतिष शास्त्र एवं पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण प्रारंभ होने के 9 घंटा पूर्व से सूतक काल लग जाता है।
इसलिए अयोध्या के प्रमुख मंदिर मंगलवार सुबह 8:10 बजे से बंद कर दिए जाएंगे। श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि मंगलवार को पूरे दिन रामलला के दर्शन भक्त नहीं कर पाएंगे।
सुबह केवल एक घंटे व दूसरी पाली में शाम को महज 30 मिनट के लिए ही मंदिर खुलेगा। वहीं हनुमानगढ़ी मंदिर सोमवार रात तीन बजे से ही खोलना का फैसला किया गया है। सुबह सूतक लगते ही मंदिर बंद कर दिया जाएगा।
फिर शाम को सात बजे से मंदिर भक्तों के लिए खुलेगा। इसी तरह प्राचीन पीठ नागेश्वरनाथ मंदिर भी सुबह चार बजे के बजाय सोमवार रात 1:30 बजे से ही खोल दिया जाएगा।
सरयू में स्नान के बाद सबसे पहले भक्तों की भीड़ नागेश्वरनाथ में जलाभिषेक को उमड़ती है। इसी तरह अन्य मंदिरों के व्यवस्थापकों ने भी समय से कुछ घंटा पहले मंदिर खोलने का निर्णय लिया है।