अयोध्या 6 दिसंबर बाबरी मस्जिद मामले में पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने मुर्शिदाबाद हुमायूं कबीर के बयान का विरोध किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि बाबरी मस्जिद की नींव रखने वाले बाबर हमारे मसीहा नहीं हैं। इकबाल अंसारी ने कहा, “यह बयान गलत है और इससे हिंदू-मुस्लिम एकता को नुकसान पहुंचता है।इकबाल अंसारी ने 6 दिसंबर को बाबरी ढांचा बरसी के अवसर पर कहा, “सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ गया है और मुसलमानों ने इसे मान लिया है। अब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है और शहर विकास की ओर बढ़ रहा है।उन्होंने आगे कहा, “हम सभी को शांति और भाईचारे के साथ रहना चाहिए। अयोध्या में गंगा-जमुनी तहजीब है और हमें इसे बनाए रखना चाहिए।”गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 2019 में अयोध्या विवाद पर निर्णय दिया था, जिसमें कहा गया था कि विवादित भूमि राम लला विराजमान को दी जाएगी और मुस्लिमों को 5 एकड़ जमीन दी जाएगी। इस निर्णय के बाद, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ और शहर में शांति और भाईचारा बना हुआ है।









