अयोध्या: पवित्र सरयू अब अयोध्या वासियों की बुझाएगी प्यास
पवित्र सरयू अब अयोध्या वासियों की प्यास भी बुझाएगी। इसके लिए 264 करोड़ रुपये की लागत से 100 एमएलडी के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना की जाएगी। यहां पर सरयू का जल शुद्धीकरण करने के बाद नलों से लोगों के घरों तक पहुंचाया जाएगा। अभी तक अयोध्या कैंट और धाम में नलकूपों से पेयजल आपूर्ति की जा रही है। इस नई व्यवस्था के प्रभावी हो जाने के बाद रामनगरी भूमिगत जलदोहन से भी मुक्त हो जाएगी।
अमृत योजना के तहत अयोध्या को यह सौगात मिलेगी। इसके लिए सरयू नदी में गुप्तार घाट के पास इनटेक वेल बनाया जाएगा। इसकी मदद से सरयू नदी से 146 एमएलडी पानी लिफ्ट किया जाएगा। इसे जमथरा घाट के पास बनने वाले वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में भेजा जाएगा। यहां सरयू जल का शुद्धीकरण करने के बाद भूमिगत बनाए जाने वाले जलाशयों के माध्यम से पानी की टंकियों में पहुंचाया जाएगा। फिर इसे घरों तक पहुंचाया जाएगा।
जल निगम नगरीय के अधिशासी अभियंता संचय शुक्ल ने अमर उजाला को बताया कि इस योजना का डीपीआर तैयार हो गया है। चार जून के बाद टेंडर की प्रक्रिया पूरी होगी। जुलाई के आखिरी माह से इस पर काम शुरू हो जाएगा। सरयू के जल का शोधन करने के बाद घरों तक पहुंचाने के लिए सात ओवरहेड टंकी और 10 भूमिगत जलाशयों का भी निर्माण कराया जाएगा। नगर निगम क्षेत्र में 20 पानी की टंकियां पहले से बनी हुई हैं।
55 हजार घरों में रहने वाले तीन लाख लोगों को मिलेगा लाभ
सरयू जल को पीने योग्य बनाकर आपूर्ति किए जाने की योजना का लाभ 55 हजार घरों में रहने वाले तीन लाख लोगों को मिलेगा। अभी तक इन घरों में नलकूपों के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद भूमिगत जल का दोहन तो बंद होगा ही, कई अन्य फायदे भी मिलेंगे। नलकूप फूंकने और बिजली न रहने का पेयजल आपूर्ति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। पेयजल की उपलब्धता बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी।