अयोध्या: छुट्टी का रंग- प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर उमड़ी भक्तों की भारी भीड़

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प्रतिष्ठा द्वादशी के उत्सव पर संडे की छुट्टी का रंग चढ़ा तो उल्लास और बढ़ गया। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर तीन दिवसीय समारोह के दूसरे दिन अयोध्या के साथ पड़ोसी जिलों से भी आराध्य के भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। देश के विभिन्न राज्यों से भी श्रद्धालुओं का पहुंचना जारी रहा। रविवार को प्रतिष्ठा द्वादशी का दूसरा दिन रहा। सुबह 6.30 बजे से ही राम मंदिर में दर्शन का दौर शुरू हो गया।

श्रीरामजन्मभूमि परिसर के आसपास काफी दूर तक रामपथ की एक लेन पर सिर्फ श्रद्धालुओं की भीड़ ही दिखाई दे रही थी। जन्मभूमि पथ पर भी लंबी कतार रही। हर तरफ जयश्रीराम का उद्घोष गूंजता रहा। लता चौक, अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन और टेढ़ी बाजार चौराहे से जन्मभूमि की तरफ भक्तों का कारवां आगे बढ़ता रहा। भीड़ इतनी ज्यादा हो गई कि टेढ़ी बाजार चौराहे और डाकघर तिराहे से बड़े वाहनों को राम मंदिर की तरफ जाने से रोक दिया गया।

सुबह से आसमान में छाए बादल और कड़ाके की ठंड के बीच दर्शन-पूजन का दौर जारी रहा। इस बीच 11 बजे के बाद अचानक हल्की बारिश शुरू हो गई। इसके बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था पर कोई असर नहीं पड़ा। बारिश के बीच नंगे पांव रामपथ पर भक्तों के कदम जन्मभूमि की ओर अनवरत बढ़ते रहे। भीगने से बचने की भी किसी में कोई चाहत नहीं दिखी। हर कोई सिर्फ रामलला को निहारना के लिए व्याकुल था।

इस दौरान राम मंदिर के सामने मिलीं गोंडा से आईं उषा सिंह ने कहा कि बारिश हो रही है तो क्या हुआ, थोड़ा भीग ही तो जाएंगे। सबसे ज्यादा जरूरी रामलला के दर्शन करना है। नौकरीपेशा होने के नाते शनिवार को छुट़्टी नहीं मिली, इसीलिए प्रतिष्ठा द्वादशी के मुख्य उत्सव में शामिल होने से वंचित होना पड़ा। आज अवकाश था तो सीधे अयोध्या आ गए।

दर्शन के बाद अंगद टीला पर चल रहे समारोह में भी शामिल होंगे। बस्ती से आईं शीला के अनुसार पति ने शनिवार को मना कर दिया था। आज उनकी छुट्टी थी तो दर्शन का प्रोगाम फाइनल किया। इसी तरह कई अन्य श्रद्धालु प्रतिष्ठा द्वादशी के उत्सव को लेकर भावविभोर नजर आए।

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