
आतंकी हमले के इनपुट को देखते हुए स्वतंत्रता दिवस समारोह की सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। लाल किला व उसके पासपास का इलाका रविवार रात से ही छावनी में तब्दील हो गया। दिल्ली पुलिस, एनएसजी व पैरा मिलिट्री फोर्स ने लाल किले की सुरक्षा का जिम्मा संभाल लिया था। चप्पे-चप्पे पर पुलिस व पैरा-मिलिट्री फोर्स को तैनात कर दिया गया था। पूरी दिल्ली समेत लालकिले को अभेद किले के रूप में तब्दील कर दिया गया था। जमीन से आसमान तक सुरक्षा व्यवस्था के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। लालकिले के आसपास लगाए गए 1000 सीसीटीवी कैमरों से सुरक्षा पर नजर रखी जा रही है। इन कैमरों के कई जगह कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। इनमें भारी संख्या में पुलिसकर्मी 24 घंटे नजर रख रहे हैं। 10 हजार पुलिसकर्मी लालकिले की सुरक्षा में तैनात किए गए हैं। पुलिस ने आसपास की ऊंची इमारतों को अपने कब्जे में ले लिया था। लालकिले के आसपास स्थित मार्ग सुबह पांच बजे से लेकर समारोह खत्म होने तक बंद रहेंगे।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रविवार रात 12 बजे से दिल्ली की सभी सीमाएं सील कर दी गईं। सभी बॉर्डरों पर दिल्ली पुलिस व पड़ोसी राज्यों की पुलिस ने संयुक्त रूप से चेकिंग शुरू कर दी थी। कड़ी चेकिंग के बाद ही वाहनों को दिल्ली में प्रवेश दिया जाएगा। सीनियर पुलिस अधिकारी आधी रात से खुद गश्त करने उतर गए थे। स्वात टीमों को हर तरह की परिस्थितियों से मुकाबला करने के लिए कई महत्वपूर्ण जगहों पर मुस्तैद कर दिया गया है। सभी बीट में तैनात पुलिस कर्मियों व थाना पुलिस को अपने-अपने इलाके में लगातार गश्त कर हर व्यक्ति पर नजर रखने को कहा गया है।
लालकिले की सुरक्षा में 10 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। स्वतंत्रता दिवस समारोह की सुरक्षा के लिए दो एंट्री ड्रोन गन, आठ एंटी मिसाइल गन तैनात की गई हैं। गन से ड्रोन को ऊपर ही जाम कर उसका रास्ता बदलकर नष्ट कर दिया जाएगा। इस बार लालकिले के चारों तरफ स्थित खाई पानी में पानी नहीं भरा रहेगा। पतंगबाजों को पकडने के लिए या फिर कोई पतंग समारोह स्थल में आकर न गिर जाए, इसके लिए 400 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। पतंग उड़ाने व बेचने वालों को जागरूक किया गया है।