
लखनऊ:- कोर्ट रूम में हुई ताबड़तोड़ फायरिंग, मजिस्ट्रेट के सामने कुख्यात शार्प शूटर संजीव जीवा ढेर, एसआईटी गठित
लखनऊ के कैसरबाग स्थित कोर्ट में बुधवार को पेशी पर आएं शार्प शूटर संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी । हत्याकांड की वारदात को अंजाम देने वाले सभी शूटर वकीलों के भेष में कोर्ट में दाखिल हुए थे । कई राउंड फायरिंग के बाद हत्यारों ने संजीव को मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया।
शूटर्स की गोलीबारी से एक बच्ची ,2 पुलिसकर्मी सहित कुल चार लोग जख्मी हो गए । हत्याकांड की वारदात को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए हत्यारों में से 1 को वकीलों ने पकड़ लिया । वकीलों ने इसकी जमकर पिटाई की और पुलिस के सुपुर्द कर दिया । कोर्ट परिसर में हुई इस वारदात के बाद कोर्ट में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। देखते-देखते कोर्ट परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया । पुलिस के आला अधिकारियों ने मौके
पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया । इस सबके बीच कैसरबाग स्थित कोर्ट के वकील कानून व्यवस्था को लेकर काफी आक्रोशित नजर आए । मृतक संजीव महेश्वरी का अपराधिक इतिहास है उस पर 22 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हुए थे जिसमें से 17 में बरी हो चुका है । भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता ब्रह्मानंद द्विवेदी की 1997 में हुई हत्या में मुख्तार अंसारी के साथ संजीव का नाम आया था जिसके बाद कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए उसको उम्र कैद की सजा सुनाई थी । इसके साथ ही कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी उसका नाम सामने आया था मगर कोर्ट ने इस मामले में उस को बरी कर दिया था ।
90 के दशक से उत्तर प्रदेश की अपराधिक दुनिया में मृतक संजीव का नाम एक शार्प शूटर के रूप में लिया जाता था , वह मुन्ना बजरंगी, मुख्तार अंसारी का करीबी बताया जाता था । अपहरण ,फिरौती हत्या कई अपराधिक गिरोह से उसकी नज़दीकियों पुलिस बताती रही है ।
मृतक संजीव मुजफ्फरनगर का रहने वाला था । हाल के दिनों में लखनऊ जेल में बंद था जिसे पेशी पर पुलिस द्वारा न्यायालय लाया गया था । उत्तर प्रदेश में अपराधियों की संपत्ति कुर्क अभियान के तहत मरने वाले शूटर संजीव की भी संपत्ति हाल के दिनों में कुर्की गई थी। कोर्ट परिसर में हुए इस हत्याकांड से उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर विरोधियों ने सवाल उठाना शुरू कर दिया ।