धनतेरस के अवसर पर शनिवार को मुंबई के प्रसिद्ध झवेरी बाजार में करीब 36 टन सोने की बिक्री हुई। इसमें सिक्कों और गोल्ड बार की खरीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली। सोने की कीमत में 5000 रुपये की गिरावट के बाद ग्राहकों का रुझान बढ़ा। इससे कुल कारोबार में तेजी आई। इस बार चांदी की बिक्री भी मजबूत रही, जबकि सोने के गहनों की बिक्री में थोड़ी कमी आई। इस उत्सव के दौरान देशभर में लगभग 50,000 करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है।
धनतेरस के दिन सोने की कीमतों में दिखी 5000 रुपये की नरमी
धनतेरस के एक दिन पहले सोने की कीमतें 1,36,000 रुपये 10 पर थी, जो शनिवार 18 अक्टूबर धनतेरस के दिन 5000 रुपये गिरकर 1,31,425 रुपये 10 ग्राम पर कारोबार करती दिखी। चांदी की कीमत 157,590 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही। इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के सचिव सुरेंद्र मेहता ने बताया सोने की बिक्री पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 10 प्रतिशत कम रहने का अनुमान है। पिछले वर्ष धनतेरस पर करीब 39 टन सोना बिका था, जबकि इस बार देर रात तक लगभग 36 टन सोने की बिक्री होने की संभावना है।
आभूषण की बिक्री में 25 से 30 प्रतिशत की गिरावट
त्योहारों में आभूषण की बिक्री में 25 से 30 प्रतिशत की गिरावट हो सकती है, क्योंकि सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर हैं। लेकिन सिक्के और गोल्ड बार खरीदने वाले ग्राहकों की संख्या में वृद्धि हुई है। कुल मिलाकर, देर रात तक देशभर में सोना और चांदी मिलाकर लगभग 50,000 करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है। बॉम्बे बुलियन एसोसिएशन के प्रवक्ता का कहना है, धनतेरस पर सोने में 5000 रुपये तक की गिरावट देखी गई, जो कि ग्राहकों के लिए अच्छी खबर रही। इसकी वजह से बिक्री में तेजी भी देखने को मिली। शाम तक 35 टन तक सोने की बिक्री देखी गई है, जिसमें सोने -चांदी की सिक्के और बार सबसे अधिक हैं। के अनुसार सुबह नौ बजे से ही ग्राहक बाजारों में आने लगे थे यह सिलसिला देर रात तक चलेगा। ज्वेलरी की बजाए लोगों ने सिक्को में अधिक रुचि दिखाई है। दो ग्राम से लेकर सौ ग्राम तक सोने के सिक्के बिके। देर रात तक अनुमान है, चालीस से पैतालीस टन भी बिक्री हो सकती है।
पूजा थालियों, मूर्तियों और चांदी के सिक्कों की खरीद में उछाल
सिल्वर एम्पोरियम के राहुल मेहता ने बताया कि इस बार चांदी की बिक्री में भी मजबूती देखी गई है और पिछले वर्ष की तुलना में बिक्री वॉल्यूम में वृद्धि दर्ज हुई है। उन्होंने कहा कि ग्राहकों ने इस बार विशेष रूप से पूजा की थालियों, मूर्तियों और चांदी के सिक्कों की खरीद में अधिक रुचि दिखाई है। डोंबीवली के ज्वेलर्स राकेश बेलवलकर बताते हैं, धनतेरस और दिवाली में सोने की कीमतें अधिक होने की वजह से ग्राहक हल्के वजन के गहनों की ओर मुड़ रहे हैं, जो 20 ग्राम की खरीदारी करते थे वे अब 10 ग्राम तक आ गए हैं। 18 और 14 कैरेट में लोग आभूषणों की खरीदारी कर रहे हैं। उम्मींद है कि दिवाली और भाई दूज में हल्के वजन के गहनों की बिक्री बढ़ेगी। वे कहते हैं भविष्य में सोने के दाम इसी तरह बढ़ते रहे, तो 14 और 18 कैरेट में प्लेन गोल्ड ज्वेलरी बननी शुरू हो जाएगी। जिसकी वजह से ग्राहकों में हल्के वजन के आभूषणों को लेकर आकर्षण बढ़ेगा।







