
गांव में किसान,व्यापारी सहित ग्रामीणों घुस के आतंक से इतने परेशान हैं कि कई उपाय करने के बाद भी घुस का आतंक कम नहीं हो रहा है।
गांव के कच्चे पक्के मकान, गोडाउन, खलियान और गंदे पानी की निकासी की नालियां तक खोखली कर दी है घुस चूहों की बड़ी प्रजाती है जिसमें गांव के कच्चे मकानों की दीवारों को खोखला कर दिया है गोदामों की नीव कमजोर कर दी है, कई कई फीट तक गहरे गड्ढे कर बड़े बड़े मिट्टी के ढेर कर देती हैं।
मकान ओर गोडाउन तो अनाज के लिए खोखला कर देती है, लेकिन गाव की नालियों को भी खोखला कर नाली मिट्टी से भर देती है, नालियों में मिट्टी के भराव से गन्दा पानी जमा हो गन्दी बदबू ओर मच्छर बढ़ रहे है।
घुस से बचाव के लिए ग्रामीणों ने जहरीली दवा, कांच के टुकड़े, पत्थर आदि से उनके रास्ते बंद करने के प्रयास किए लेकिन फिर भी इनका आतंक कम नहीं हो रहा है।
गांव के अनाज व्यापारी विशाल भाले ने बताया कि मेरे गोडाउन में हर साल हजारों रुपए खर्च कर घुस के द्वारा किए गए गड्ढों में कंक्रीट करवाता हूं कई क्विंटल अनाज का नुकसान करती है बहुत उपाय करके देखे लेकिन कोई फायदा नही हुआ, ना ही इनका आतंक कम हो रहा है।