अयोध्या। सरयू तट स्थित लक्ष्मण किला मैैदान में संचालित फिल्मी कलाकारों की रामलीला दर्शकों को आकर्षित कर रही है। बॉलीवुड के स्पेशल इफेक्ट के जरिए रामकथा के प्रसंग जीवंत होते प्रतीत होते हैं।
राम-सुग्रीव मित्रता व लंका दहन के प्रसंग ने मंगलवार रात दर्शकों को रोमांचित कर दिया। हनुमान की भूमिका में प्रख्यात अभिनेता बिंदु दारा सिह ने अपने अभिनय से सभी को आकर्षित किया।
रामलीला मंचन के क्रम में ऋष्यमूक पर्वत पर सुग्रीव, वानरदल के साथ विराजमान हैं। इस बीच दो धर्नुधारी के आने की सूचना पर वह सशंकित हो जाते हैं। हनुमान ब्राह्मण के वेष मे राम-लक्ष्मण के पास जाते हैं।
हनुमान को जब पता चला कि वे दोनों दशरथ नंदन भगवान श्रीराम व लक्ष्मण हैं तो वे भाव विह्वल हो जाते हैं। राम-हनुमान मिलन की प्रस्तुति ने सभी को आकर्षित कर दिया।
हनुमान राम व लक्ष्मण को अपने कंधों पर बैठाकर सुग्रीव के पास ले जाते हैं। यहां राम व सुग्रीव की मित्रता होती है। अगले दृश्य में राम बालि का वध करते हैं।
लीला मंचन के क्रम में राजा सुग्रीव वानरों की सेना चारों दिशाओं में माता सीता की खोज के लिए भेजते हैं। एक अन्य दृश्य में समुद्र का किनारा होता है, वानरदल इस चिंता में नजर आता है कि सौ योजन समुद्र पार कर लंका कौन जा सकता है।
जामवंत हनुमान जी को उनके बल का स्मरण कराते हैं। हनुमान जी को अपनी शक्ति का ज्ञान होता है। हनुमान जी सियापति रामचंद्र की जय कर जयकारा लगाते हुए समुद्र लांघ जाते हैं। हवा में उड़ते हनुमान का दृश्य देखकर दर्शक रोमांचित हो उठते हैं।
अगले दृश्य में हनुमान लंका में प्रवेश करते हैं। लंकनी हनुमान जी से कहती है प्रविसि नगर कीजे सब काजा, ह्रदय राखि कोसलपुर राजा…हे हनुमान जी श्री रघुनाथ जी को हृदय में रखकर नगर में प्रवेश करे।
अगले दृश्य में हनुमान की मुलाकात विभीषण से होती है। एक अन्य दृश्य में माता सीता अशोक वाटिका में बैठी होती हैं। हनुमान व माता सीता का संवाद भी दर्शकों को आकर्षित करता है।
लीला मंचन के क्रम में हनुमान का अक्षय कुमार से युद्ध होता है। अक्षय कुमार हनुमान के हाथों मारे जाते हैं। अगले दृश्य में मेघनाथ का प्रवेश होता है।
मेघनाथ हनुमान को ब्रह्मपाश में बांधकर लंका के दरबार में रावण के समक्ष प्रस्तुत करते हैं। हनुमान के पूंछ में आग लगायी जाती है। जैसे ही आग लगती है हनुमान सारी लंका में आग लगा देते हैं, त्राहि-त्राहि मच जाती है।
अयोध्या : पवन पुत्र हनुमान ने की सोने की लंका जलाकर राख , मचा हाहाकार ।
