राम पथ,भक्ति पथ और रामजन्मभूमि पथ का काम युद्ध स्तर पर
राम पथ , भक्ति पथ और रामजन्मभूमि पथ का काम तेज है। जिसकी मॉनिटरिंग सीधे सीएम योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं। शासन की मंशा के अनुरूप सभी पथों का निर्माण किया जा रहा है। पर्यटक इन पथों पर चलने के बाद आकर्षित हों इसलिए नित नए प्रयोग किए जा रहे हैं।
यह भी ध्यान दिया जा रहा है कि रामायण काल की चीजें इन पथों पर श्रद्धालुओं और पर्यटकों को दिखाई दें। इस लिए इन मार्गों पर बनने वाले फसाड पर मुख्य फोकस किया जा रहा है। इसलिए इन्हें भव्यता देने की कार्रवाई की जा रही है। फसाड के साथ रात में लाइटिंग से मार्ग जगमग हों इसकी भी तैयारी अंतिम चरण में है। इन सभी चीजों को लेकर एडीए ने डीपीआर तैयार कर लिया है। जिस पर शासन की मुहर लगने के बाद धरातल पर काम शुरू हो जाएगा। श्रद्धालु अयोध्या में प्रवेश करें तो रामायण काल को महसूस करें इसकी पूरी योजना बनाई जा रही है । श्रद्धालुओं का मुख्य आकर्षण का केंद्र नगर में घुसते ही तीन पथ होंगे। राम पथ, जन्मभूमि पथ और भक्तिपथ पर श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा दिखेगी। इसलिए इन्हें ज्यादा आकर्षण बनाने की योजना है। इसके लिए एडीए ने नए सिरे से एडीपीआर तैयार कर लिया है। एडीए के उपाध्यक्ष विशाल सिंह शासन की मंशा के अनुरूप अयोध्या विकसित हो रही।
चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग पर हुआ चिह्नांकन
चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग के चौड़ीकरण की भी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। शहर के रामनगर मुहल्ले में इस मार्ग पर पड़ने वाले घरों व दुकानों पर चिह्नांकन कर दिया है। यह मार्ग रामनगर से सहादतगंज हनुमानगढ़ी,निर्मली कुंड गुप्तार घाट, मीरनघाट, धारा रोड अफीम कोठी, होते हुए अयोध्या नया घाट तक जाएगा।