राम मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या में पर्यटन उद्योग गति पकड़ते हुए दिखाई दे रहा है। यहां पर्यटन विकास की अपार संभावनाओं को देखते हुए निवेशक आकर्षित होने लगे हैं। प्रदेश में पर्यटन उद्योग को बढ़ाने में केंद्र सरकार के साथ प्रदेश सरकार भी पहल कर रही है। इसी कड़ी में मंगलवार को पांच देशों का प्रतिनिधत्वि करने वाले करीब एक दर्जन निवेशक अयोध्या पहुंचे।
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के तत्वावधान में यहां आए प्रतिनिधियों को रामजन्मभूमि व हनुमानगढ़ी का दर्शन कराया गया। पुन उन्हें अलग-अलग परियोजनाओं के लिए हाइवे के किनारे जमीन भी दिखाई गयी। इसके पहले यहां पहुंचे विदेशी मेहमानों का स्वागत पर्यटन विभाग के होटल साकेत सरयू में क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी व उपनिदेशक आरपी यादव व उनके सहयोगी अमरेश यादव ने किया।
पुन इन्हें सरयू तट पर स्थित कोरियाई स्मारक के निकट पर्यटन विभाग की ओर से अधिग्रहीत 30 एकड़ भूमि का अवलोकन कराया गया। इसके अलावा मांझा बरहटा में भगवान राम की 251 मीटर वश्वि की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापना के लिए पूर्व में अधिग्रहीत 80 एकड़ भूमि का भी अवलोकन कराया। गया। इसी श्रृंखला में शाहनवाज पुर में आवास विकास परिषद की ओर से प्रस्तावित ग्रीन फील्ड टाउनशिप का भी दिग्दर्शन कराया गया। इस दौरान उनके साथ उपनिदेशक पर्यटन यादव ने आवश्यक जानकारी साझा की।
लखनऊ में प्रस्तावित इनवेस्टर्स समिट में हो सकता है एमओयूपर्यटन विभाग के उपनिदेशक राजेन्द्र प्रसाद का कहना है कि लखनऊ में नवम्बर-दिसम्बर में प्रस्तावित इनवेस्टर्स समिट में अलग-अलग परियोजनाओं को लेकर एमओयू होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि यहां आए निवेशक थीम पार्क, लाइट शो, रिसार्ट डेवलपमेंट, वेलनेस सेंटर, रन्यिूवल इनर्जी, कौशल विकास, फल्मि-मीडिया के अलावा एफएमसीजी आदि क्षेत्रों में निवेश के लिए इच्छुक हैं। इस क्षेत्र में दो बिलियन यूएस डालर के निवेश की संभावना है। इन विदेशी निवेशकों को अयोध्या समेत प्रदेश के अन्य शहरों का भ्रमण कराया जा रहा।
विदेशी मेहमानों का स्वागत पर्यटन विभाग के होटल साकेत सरयू में क्षेत्रीय पर्यटन..
