राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने के लिए पहुंचे वर्तमान में उत्तराखंड के सबसे बुजुर्ग विधायक बंशीधर भगत आकर्षण का केंद्र रहे। उन्होंने भगवा कुर्ता, पहाड़ी कॉली टोपी पहनी हुई थी। मतदान करने के बाद उन्होंने मीडियाकर्मियों को बताया कि वह छठीं बार राष्ट्रपति चुनाव में मतदान कर रहे हैं। सबसे पहले उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए 1992 में मतदान किया था।
1991 में वह नैनीताल से विधायक चुने गए थे। 1992 में राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा निर्वाचित हुए थे। इसके बाद उन्होंने एपीजे अब्दुल कलाम, प्रतिभा पाटिल, प्रणव मुखर्जी और रामनाथ कोविंद के चुनाव में मतदान किया।
बकौल भगत, वर्तमान विधानसभा में राष्ट्रपति चुनाव में सबसे अधिक बार मतदान करने वाले विधायक हैं। भगत ने कहा कि राजग प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति बनना तय है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का मुर्मू को प्रत्याशी बनाए जाने के लिए धन्यवाद व्यक्त किया।
राष्ट्रपति चुनाव में उत्तराखंड से 70 विधायकों में से 67 ने मतदान किया। सरकार में कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास, कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड़ व राजेंद्र भंडारी वोट देने नहीं पहुंचे। मतदान समाप्ति के बाद मतपेटी को सील बंद कर कड़ी सुरक्षा में विमान से दिल्ली भेज दिया गया है।
सोमवार को विधानसभा भवन के द्वितीय तल में रूम नंबर 321 में सुबह 10 बजे मतदान शुरू हुआ। चुनाव के लिए भाजपा की ओर से विधायक खजान दास व अनिल नौटियाल और कांग्रेस की ओर से विधायक ममता राकेश को एजेंट बनाया गया। विधानसभा सचिव एवं सहायक रिटर्निंग आफिसर मुकेश सिंघल की देखरेख में मतदान हुआ।