तिरुपति भगदड़: तिरुपति मंदिर में टोकन लेने के दौरान मची भगदड़, 6 श्रद्धालुओं की मौत,हादसे पर पीएम-सीएम ने जताया दुख

Spread the love

 

तिरुमला स्थित भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में बुधवार रात भगदड़ मचने से कम से कम छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए। भगदड़ उस समय मची, जब वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए सैकड़ों लोग टिकट पाने की कोशिश कर रहे थे। तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के अध्यक्ष बी आर नायडू ने बताया कि एक शव की पहचान कर ली गई है।
टीटीडी के चेयरमैन बीआर नायडू के मुताबिक, जब अस्वस्थ महसूस कर रही एक महिला की मदद के लिए गेट खोला गया तो भीड़ एक साथ आगे बढ़ गई और अफरा-तफरी मच गई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण बुधवार देर शाम भगदड़ मच गई, जिसमें कम से कम छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 40 से अधिक घायल हो गए।
10 जनवरी से शुरू होने वाले 10 दिवसीय वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए पहुंचे लोग
बीआर नायडू ने एक स्थानीय समाचार चैनल से कहा कि एक डीएसपी (पुलिस उपाधीक्षक) ने गेट खोले और तुरंत ही सभी लोग आगे बढ़ने लगे, जिससे भगदड़ मच गई और खबरें आ रही हैं कि छह लोगों की मौत हो गई है। देश भर से सैकड़ों श्रद्धालु 10 जनवरी से शुरू होने वाले 10 दिवसीय वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए यहां आए हैं।
मंदिर प्रशासन की चूक या कुछ और?
टीटीडी अध्यक्ष ने बताया कि चंद्रबाबू नायडू ने टेलीकॉन्फ्रेंस की और मंदिर कर्मचारियों को लेकर असंतोष व्यक्त किया तथा कहा कि ऐसी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस बात का संदेह है कि यह मंदिर प्रशासन की चूक के कारण हुआ है। मुख्यमंत्री गुरुवार को घायलों को सांत्वना देने के लिए तिरुपति आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने हमें निर्देश दिया है कि इस तरह की घटनाएं दोबारा नहीं होनी चाहिए।
कैसे हुआ हादसा
पुलिस के मुताबिक, सैकड़ों श्रद्धालु तिरुमला हिल्स पर भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए टोकन लेने के लिए धक्का-मुक्की कर रहे थे, उसी दौरान भगदड़ मच गई।दरअसल 10 जनवरी से शुरू हो रहे 10 दिवसीय वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए देशभर से सैकड़ों श्रद्धालु यहां पहुंचे हैं। तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने बृहस्पतिवार की सुबह से दर्शन टोकन जारी करने की व्यवस्था की थी। इसी के चलते बुधवार शाम से ही श्रद्धालुओं ने कतार लगाना शुरू कर दिया था। अलीपिरी, श्रीनिवासम, सत्यनारायणपुरम और पद्मावतीपुरम में भक्तों की लंबी कतारें लगी हुई थी। पुलिस ने हादसे के दौरान कुछ महिला श्रद्धालुओं को सीपीआर देने और घायल व्यक्तियों को एंबुलेंस में ले जाने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर साझा किया है।

और पढ़े  Tips: अपने काले होंठों को गुलाबी करने के लिए अपनाएं ये आसान नुस्खे, चंद दिनों में दिखने लगेगा असर

चश्मदीद ने बताया कैसे हुई भगदड़
मंदिर में भगदड़ को लेकर मौके पर मौजूद एक महिला ने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जैसे ही पुलिस अधिकारियों ने गेट खोला, तीर्थयात्री टोकन खरीदने के लिए दौड़ पड़े। पहले टोकन प्राप्त करने के लिए ऐसी कोई व्यवस्था नहीं थी। उन्होंने कहा कि मेरे परिवार के छह लोग भी घायल हो गए हैं। हम 11 बजे से कतार में लगे थे। हमें दूध और बिस्कुट दिए गए थे।

पीएम मोदी, राहुल गांधी ने जताया दुख
घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दुख जताया। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से इस कठिन समय में हर संभव सहायता प्रदान करने का आग्रह किया।

Spread the love
error: Content is protected !!